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उपलब्धियों की नई इबारत लिखता झाँसी का गौरव बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय
झांसी, 6 अप्रैल (हि.स.)। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झाँसी ने एक बार फिर अपने शैक्षणिक उत्कृष्टता की चमक बिखेरी है। देशभर के प्रतिष्ठित संस्थानों की रैंकिंग करने वाली इंडियन इंस्टिट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (IIRF) 2025 में विश्वविद्यालय के इंटीरियर डिजाइन विभाग ने उल्लेखनीय सफलता अर्जित की है। विश्वविद्यालय ने इंटीरियर डिजाइन कैटेगरी में अखिल भारतीय स्तर पर 28वीं रैंक तथा उत्तर प्रदेश में प्रथम रैंक प्राप्त कर न केवल विश्वविद्यालय बल्कि सम्पूर्ण बुंदेलखंड क्षेत्र का नाम रोशन किया है। यह रैंकिंग केवल एक स्थान नहीं यह उस सोच, प्रयास और प्रतिबद्धता की पहचान है, जिसके साथ विश्वविद्यालय शिक्षा, नवाचार और उत्कृष्टता के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहा है।
इंटीरियर डिज़ाइन विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. सोमा अनिल मिश्रा ने इस उपलब्धि को टीम भावना, रचनात्मक प्रयास और विभाग के सतत परिश्रम का परिणाम बताया। उन्होंने कहा यह सफलता मेरे विभाग की पूरी टीम की मेहनत और सकारात्मक ऊर्जा का सशक्त उदाहरण है। हमने मिलकर एक सपना देखा और उसे साकार किया। प्रोफेसर मिश्रा ने बताया कि बुदेलखंड विश्वविद्यालय में इंटीरियर डिजाइन का कोर्स 2021 में शुरू किया गया। यह 4 साल का कोर्स है जो छात्र-छात्राएं 2 साल पड़ेंगे उन्हें डिप्लोमा दे दिया जाता है और जो डिग्री करना चाहते हैं वे 4 साल का संपूर्ण कोर्स करते हैं। इंटीरियर डिजाइनर के लिए अपार संभावनाएं हैं। सभी जगह होटल, हॉस्पिटल, घर और किसी भी तरह के ऑफिस का इंटीरियर करने की हमेशा जरूरत रहेगी। इस कोर्स में रेलवे कोच या विमान का भी इंटीरियर करना सिखाया जाता है। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के इंटीरियर डिजाइनिंग कोर्स में किसी भी विषय से 12वीं पास बच्चा एडमिशन ले सकता है। जो बच्चे ग्रेजुएशन किए हुए हैं। उन्हें डायरेक्ट सेकंड ईयर में प्रवेश दिया जाता है।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडेय ने पूरे विभाग को हृदय से बधाई देते हुए कहा यह सफलता सिर्फ एक रैंक नहीं बल्कि यह बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की साख, गुणवत्ता और नवाचार की जीत है। हम शिक्षा के हर क्षेत्र में विद्यार्थियों को सर्वश्रेष्ठ अवसर देने के लिए संकल्पित हैं।
कुलपति ने साथ ही आइक्यूएसी निदेशक प्रो. सुनील काबिया और उनकी समर्पित टीम के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि आइक्यूएसी की गुणवत्ता नीति और मूल्य आधारित शैक्षणिक प्रयास ही विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान दिला रहे हैं।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव विनय कुमार सिंह ने इंटीरियर डिज़ाइन विभाग की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हम सब मिलकर भविष्य में और भी उच्च आयाम स्थापित करेंगे। यह सफलता न केवल इंटीरियर डिज़ाइन विभाग की मेहनत और लगन का प्रतिफल है, बल्कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की निरंतर आगे बढ़ती सोच, सकारात्मक नेतृत्व और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति दृढ़ संकल्प का ज्वलंत प्रमाण है।
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हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया