सुशासन तिहार में शिक्षा विभाग को मिले 55 सौ आवेदन
धमतरी, 26 अप्रैल (हि.स.)। राज्य शासन द्वारा चलाए गए सुशासन तिहार में शिक्षा विभाग को स्कूल मरम्मत, भवन निर्माण, शिक्षकों की मांग, छात्रवृत्ति की मांग, अहाता निर्माण सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर पालकों द्वारा 5500 से अधिक आवेदन मिले हैं, जिनका प्रशास
शिक्षा विभाग को मिले आवेदनों की जांच करते हुए धमतरी डीईओ टीआर जगदल्ले।


धमतरी, 26 अप्रैल (हि.स.)। राज्य शासन द्वारा चलाए गए सुशासन तिहार में शिक्षा विभाग को स्कूल मरम्मत, भवन निर्माण, शिक्षकों की मांग, छात्रवृत्ति की मांग, अहाता निर्माण सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर पालकों द्वारा 5500 से अधिक आवेदन मिले हैं, जिनका प्रशासन स्तर पर निराकरण भी किया जा रहा है। अब तक 870 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है।

सुशासन तिहार के तहत अन्य विभागों की तरह ही शिक्षा विभाग को भी आम जनता से आवेदन मिले हैं। शहरी क्षेत्र से लगे स्कूलों की तुलना में वनांचल के स्कूलों की स्थिति काफी खराब है। लंबे समय से वनांचल के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के पालक कलेक्ट्रेट कार्यालय तक आकर लगातार स्कूलों की बदहाली के बारे में प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी देते रहते हैं, इसके बाद भी समस्याओं का निराकरण नहीं हो पाया है।

शिक्षकों की कमी है बड़ी समस्या: वनांचल में स्थित शासकीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी सबसे बड़ी समस्या है। यहां स्कूलों में दर्ज संख्या के हिसाब से शिक्षकों की कमी बनी हुई है। वनांचल में पदस्थ शिक्षक अपना स्थानांतरण कर करके शहर से लगे हुए गांव व शहर के स्कूलों में अपनी सेवाएं देने लगते हैं। इसके चलते स्कूलों में शिक्षकों की कमी बनी रहती है। धमतरी शहर के कई स्कूलों के अलावा आसपास के गांव में छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की संख्या अधिक है, लेकिन इस व्यवस्थागत खामी को दूर करने का प्रयास नहीं किया जा रहा। कई कर्मचारी संगठन के नेता तो एक ही स्कूल में पदस्थ हैं, जिनका अधिकांश समय बच्चों की पढ़ाई को छोड़कर अधिकारी-कर्मचारियों के स्वागत सत्कार और ज्ञापन देने में ही निकल जाता है। जिला प्रशासन को शिक्षकों की कमी को देखते हुए क्षमता से अधिक अनुपात के हिसाब से अधिक शिक्षकों का स्थानांतरण ऐसे स्कूलों में किया जाना चाहिए, जहां शिक्षकों की कमी बनी हुई है। मालूम हो कि धमतरी जिले के चारों ब्लाक धमतरी, नगरी, कुरुद, मगरलोड में स्थित शासकीय स्कूलों में व्यवस्थागत कमियों को तत्परता से के साथ दूर किया जाना चाहिए। कई स्कूलों में शौचालय की भी व्यवस्था दुरुस्त नहीं है, इसे भी सुधारा जाना चाहिए, हालांकि प्रशासन द्वारा समय-समय पर व्यवस्थागत कमियों को दूर करने का निर्देश जारी किया जाता है।

इस संबंध में धमतरी डीईओ टीआर जगदल्ले ने कहा कि, सुशासन तिहार के तहत शिक्षा विभाग को 5500 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं, 870 से अधिक आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है। अन्य आवेदन को भी जल्द से जल्द निराकृत किया जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा