धमतरी निगम की सामान्य सभा की बैठक रही हंगामेदार, महापौर ने किया 52 लाख लाभ का बजट पेश
धमतरी, 25 अप्रैल (हि.स.)। नगर निगम कार्यालय के सभाकक्ष में शुक्रवार को सामान्य सभा की बैठक काफी हंगामेदार रहा। एक घंटे तक चले सवाल व जवाब को लेकर पक्ष-विपक्ष के पार्षदों में जमकर बहस हुई। प्रश्नोत्तरी के लिए मिले एक घंटे के समय में सिर्फ चार प्रश्नों
भाजपा-कांग्रेस के पूर्व महापौर पर लगे कई आरोप, आठ एजेंडों पर हुई चर्चा, जमकर पक्ष व विपक्ष के पार्षदों में हुई बहस


हाथ में सूटकेस लेकर महापौर रामू रोहरा भाजपा पार्षदों के साथ बजट पेश करने जाते हुए।


धमतरी, 25 अप्रैल (हि.स.)। नगर निगम कार्यालय के सभाकक्ष में शुक्रवार को सामान्य सभा की बैठक काफी हंगामेदार रहा। एक घंटे तक चले सवाल व जवाब को लेकर पक्ष-विपक्ष के पार्षदों में जमकर बहस हुई। प्रश्नोत्तरी के लिए मिले एक घंटे के समय में सिर्फ चार प्रश्नों का जवाब एमआईसी मेंबरों व प्रभारी सदस्यों ने दिया। समय समाप्त होने पर शेष 50 प्रश्नों का जवाब सभापति से पार्षद लेंगे। तत्पश्चात महापौर रामू रोहरा ने शहर विकास के लिए 52 लाख 30 हजार रुपये लाभ का बजट पेश किया। शहर विकास के आठ एजेंडों पर चर्चा हुई। इस दौरान विपक्ष के भारी विरोध के बीच प्रस्ताव पास कर लिया गया। बैठक में हुई बहस के दौरान भाजपा-कांगेस के पूर्व महापौर पर आरोप-प्रत्यारोप लगता रहा। लंबे समय बाद निगम में आयोजित बैठक व बजट प्रस्तुति को देखने शहरवासियों की निगम कार्यालय में भीड़ भी लगी रही।

नगर निगम कार्यालय धमतरी में शुक्रवार सुबह से सामान्य सभा की बैठक को लेकर रौनक रही। बैठक की तैयारी में अधिकारी-कर्मचारी लगे रहे। बैठक शुरू होने से पहले निगम कार्यालय में भाजपा के महापौर रामू रोहरा, सभापति कौशिल्या देवांगन समेत भाजपा के पार्षद पहुंचकर कक्ष में प्रवेश किया। नेता प्रतिपक्ष दीपक सोनकर, महिला पार्षद सुमन मेश्राम समेत आठ कांग्रेसी पार्षद हाथ में बैनर-पोस्टर लेकर महापौर रामू रोहरा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए निगम कार्यालय में प्रवेश किया, जिससे कार्यालय गूंजता रहा। इस दौरान पक्ष और विपक्ष के पार्षदों के साथ भारी बहस, हंगामा और झूमाझटकी की स्थिति बन गई। सदन की गरिमा के विपरीत माहौल देखकर सभापति कौशिल्या देवांगन ने व्यवस्था दुरूस्त कराई। राष्ट्रगान और राज्यगीत की प्रस्तुति हुई। इसके बाद सदन की कार्रवाई शुरू हुई।

निगम के सभाकक्ष में स्पीकर कौशिल्या देवांगन के आदेशानुसार सदन के अंदर प्रश्नोत्तरी शुरू हुई। पहला प्रश्न निर्दलीय पार्षद प्रकाश सिन्हा ने गर्मी में सामाजिक कार्य व शहर में जल आपूर्ति के लिए उचित व्यवस्था पर प्रश्न किया। इसका जवाब निगम के जल सभापति अखिलेश सोनकर ने दी। इस दौरान कांग्रेस की सरकार में एलम खरीदी में भारी अनियमितता का आरोप लगा। साथ ही कई अनियमितता को लेकर पक्ष व विपक्ष के पार्षदों के बीच जमकर हंगामा हुआ। सदन में कविता व कहानी के माध्यम से दी जा रही जवाब को विपक्षी पार्षदाें ने जमकर विरोध किया। एक सवाल के जवाब में सभापति सोनकर ने अकेला 25 मिनट का समय लिया। जबकि पूरे प्रश्नोत्तरी के लिए सिर्फ एक घंटे का समय मिला था। प्रश्नोत्तरी के लिए मिले एक घंटे में सिर्फ चार सवाल व जवाब पूरा हुआ। शेष 54 प्रश्नों के लिए समय नहीं मिला, तो सभापति ने कहा कि उनके पक्ष में आकर प्रश्न लगाने वाले पार्षद जवाब ले लेंगे। जबकि बैठक के लिए कुल 58 प्रश्न पार्षदों ने लगाया था।

सामान्य सभा की बैठक में प्रश्नोत्तरी खत्म होने के बाद महापौर रामू रोहरा ने आय और व्यय की जानकारी देकर शहर विकास में 52 लाख 30 हजार रुपये लाभ का बजट पेश किया। लाभ के बजट पेश होने से पार्षदों और निगम के अधिकारी-कर्मचारियों में उत्साह देखा गया। महापौर रामू रोहरा ने बताया कि नगर निगम में 563 करोड़ 74 लाख 22 हजार रुपये की आय है। वहीं 563 करोड़ 21 लाख 93 हजार रुपये का व्यय होता है। इस दौरान उन्होंने शहर में विकास और निर्माण कार्य की कई जानकारियां दी। शहर विकास के लिए बजट में हाईटेक बस स्टैंड, बीटी सड़क, तालाब सौंदर्यीकरण, ट्रांसपोर्ट नगर, औद्योगिक क्षेत्र, पिंक टायलेट, चौक-चौराहों का सुंदरीकरण को बजट में शामिल किया गया है। महापौर रामू रोहरा के द्वारा बजट पेश करने के बाद आठ एजेंडों पर चर्चा हुई। पक्ष व विपक्ष के पार्षदों के बीच इन एजेंडों को लेकर जमकर बहस हुई। आरोप-प्रत्यारोप और बहसबाजी के बीच इन एजेंडों को बहुमत के आधार पर पास किया गया। जिसमें ग्राम अर्जुनी में हाईटेक बस स्टैंड, नालंदा परिसर निर्माण पोस्ट आफिस की बजाय हटकेशर में, आडिटोरियम, कांटा तालाब सौंदर्यीकरण, ड्रेनेज सिस्टम, जाति प्रमाण पत्र और सिहावा चौक का नामकरण नेताजी सुभाषचंद्र बोस के नाम पर किए जाने के लिए पक्ष व विपक्ष की सहमति पर इन एजेंडों को सामान्य सभा की बैठक में पास किया गया।

बैठक में अनियमितता का आरोप

निगम के सामान्य सभा की बैठक में भाजपा व कांग्रेस के पार्षदों ने एक-दूसरे के सरकार पर कई आरोप लगाए हैं, जिसमें नेता प्रतिपक्ष दीपक सोनकर ने कहा कि भाजपा के महापौर के कार्यकाल में खरीदा गई लाखों की नाव गायब है। वर्तमान में निगम में बिना टेंडर कार्य किया जा रहा है। निगम में अधिकारी-कर्मचारी राज चल रहा है। भाजपा के सभापति नीलेश लुनिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि जल शुद्धीकरण के लिए कांग्रेस की सरकार में एलम खरीद में भारी अनिमयिता बरती गई है। 50 हजार व एक लाख रुपये लेकर कई पार्षदों परिवारों के सदस्यों को प्लेसमेंट पर नौकरी लगाई है। कांग्रेस कार्यालय के कर्मचारी को प्लेसमेंट पर नौकरी पर रखा गया। कांग्रेस सरकार में पांच सालों में निगम में भारी अनियमितता का आरोप लगाया है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा