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कानपुर, 23 अप्रैल (हि.स.)। यह समिट भारत के डीपटेक परिदृश्य में शामिल सभी हितधारकों के बीच रचनात्मक सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है। इसमें उभरते हुए स्टार्टअप्स, बहुराष्ट्रीय कम्पनियां, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स शैक्षणिक संस्थान और निवेश समुदाय एक साथ आएंगे। ताकि स्वदेशी तकनीकों के विकास को गति दी जा सके। यह बातें बुधवार को आईआईटी निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल ने कही।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी कानपुर) एलुमनी एसोसिएशन द्वारा भारत इंटेलिजेंस समिट 2025 का आयोजन, 26 अप्रैल को आईआईटी एलुमनी सेंटर बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा।
भारत के डीपटेक हब बनने के लक्ष्य को देखते हुए तकनीकी संस्थानों और जीसीसीएस के बीच सहयोग एक स्वाभाविक कदम है। इनके पास मौजूद गहन ज्ञान, वैश्विक पहुंच और अनुसंधान क्षमताएं हमारे राष्ट्रीय डीपटेक लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी।
इस कार्यक्रम में उच्च-प्रभाव वाले सत्रों की विशेषता होगी, जिनमें नीति चर्चाएं, सीमा प्रौद्योगिकियों पर उद्योग-विशिष्ट पैनल ईएसजी कार्यान्वयन व आर एंड डी मॉडल शामिल होंगे। साथ ही इंटरैक्टिव डेमो उभरती प्रौद्योगिकी प्रदर्शनियां और शैक्षणिक-उद्योग प्रदर्शनियां भी शामिल होंगी। क्यूरेटेड नेटवर्किंग लाउंज और पिच प्रतियोगिताएं जीसीसी, स्टार्टअप्स और निवेशकों के बीच सार्थक जुड़ाव के अवसर प्रदान करेंगे। समर्पित स्थान जैसे कि सस्टेनेबिलिटी इनोवेशन पैवेलियन और एआई और क्वांटम रिसर्च शोकेस अत्याधुनिक समाधानों पर प्रकाश डालेंगे।
यह पहल भारत सरकार की विकसित भारत 2047 और आत्मनिर्भर भारत जैसी योजनाओं के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य तकनीकी आत्मनिर्भरता, नवाचार-आधारित उद्यमिता और उच्च गुणवत्ता वाले बौद्धिक पूंजी का विकास है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप