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नई दिल्ली, 19 अप्रैल (हि.स)। देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े एचडीएफसी बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के नतीजे का ऐलान कर दिया है। 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही में एचडीएफसी बैंक का एकल आधार पर शुद्ध लाभ 6.6 फीसदी बढ़कर 17,616 करोड़ रुपये रहा है। बैंक ने एक रुपये प्रति इक्विटी शेयर पर 22 रुपये का लाभांश देने की सिफारिश की है।
शेयर बाजार को दी गई जानकारी में एचडीएफसी बैंक ने बताया कि 31 मार्च, 2025 को समाप्त चौथी तिमाही में एचडीएफसी बैंक का एकल आधार पर शुद्ध लाभ 6.6 फीसदी बढ़कर 17,616 करोड़ रुपये रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की सामान तिमाही में बैंक का मुनाफा 16,512 करोड़ रुपये रहा था।
बैंक के मुताबिक जनवरी-मार्च तिमाही में उसकी कुल आमदनी 89,488 करोड़ रुपये थी, जो वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में 89,639 करोड़ रुपये रही थी। बैंक की ब्याज से आमदनी वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान 77,460 करोड़ रुपये रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 71,473 करोड़ रुपये थी।
एचडीएफसी बैंक के निदेशक मंडल ने पिछले वित्त वर्ष 202-25 के लिए एक रुपये प्रति इक्विटी शेयर पर 22 रुपये का लाभांश देने की सिफारिश की है।
बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) भी मार्च, 2025 के अंत तक सकल ऋण के 1.33 फीसदी तक बढ़ गईं, जो एक साल पहले 1.24 फीसदी थीं। इसी तरह शुद्ध एनपीए यानी खराब ऋण पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के अंत में 0.33 फीसदी से बढ़कर 0.43 फीसदी हो गए। इसके अलावा एकीकृत आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ जनवरी-मार्च तिमाही में 6.8 फीसदी की वृद्धि के साथ 18,835 करोड़ रुपये रहा है, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में यह 17,622 करोड़ रुपये था।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर