राणा प्रताप और शिवाजी महाराज असली राष्ट्रीय नायक हैं, औरंगजेब नहीं : राजनाथ सिंह
मुंबई, 18 अप्रैल (हि.स.)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को छत्रपति संभाजीनगर में कहा कि महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्रीय नायक हैं, न कि मुगल शासक औरंगजेब। राजनाथ सिंह ने कहा कि आजादी के बाद वामपंथी इतिहासकारों ने राणा प्रताप औ
फोटो: छत्रपति संभाजी नगर में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह


मुंबई, 18 अप्रैल (हि.स.)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को छत्रपति संभाजीनगर में कहा कि महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्रीय नायक हैं, न कि मुगल शासक औरंगजेब। राजनाथ सिंह ने कहा कि आजादी के बाद वामपंथी इतिहासकारों ने राणा प्रताप और शिवाजी महाराज दोनों को उचित श्रेय नहीं दिया बल्कि औरंगजेब की प्रशंसा की।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में मेवाड़ शासक महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा का अनावरण करने के बाद एक समारोह को संबोधित कर रहे थे।

राजनाथ सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप साहस और देशभक्ति के प्रतीक थे। राजनाथ ने कहा, छत्रपति शिवाजी महाराज ने विशेष रूप से गुरिल्ला युद्ध रणनीति के लिए महाराणा प्रताप से प्रेरणा ली थी। उन्होंने कहा, जो लोग महसूस करते हैं कि औरंगजेब एक नायक था, उन्हें पंडित जवाहरलाल नेहरू को पढ़ना चाहिए था, जिन्होंने लिखा था कि मुगल सम्राट एक क्रूर, कट्टरपंथी शासक था।

सिंह ने आगे कहा कि महाराणा प्रताप ने अपने स्वाभिमान को बनाए रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी और मुगल सम्राट अकबर के प्रभुत्व को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि अपनी अनुकरणीय बहादुरी के अलावा, महाराणा प्रताप ने समाज के सभी वर्गों को एकजुट किया।

उन्होंने कहा, आदिवासी और मुसलमान उनकी सेना का हिस्सा थे। हकीम खान सूरी ने मुगलों के खिलाफ लड़ते हुए हल्दीघाटी की लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति दी। एक मुस्लिम युवक शिवाजी महाराज का अंगरक्षक था।

रक्षामंत्री ने कहा कि औरंगजेब की प्रशंसा करने वाले लोग मुसलमानों का अपमान करते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव