चीतों का पुनर्वास प्रकृति से प्रगति और प्रगति से प्रकृति के संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
- चीता प्रोजेक्ट का विस्तार कर गांधीसागर अभयारण्य में 20 अप्रैल को छोड़े जाएंगे चीते भोपाल, 18 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश की धरती पर चीता प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक संचालित
सीएम मोहन यादव


- चीता प्रोजेक्ट का विस्तार कर गांधीसागर अभयारण्य में 20 अप्रैल को छोड़े जाएंगे चीते

भोपाल, 18 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश की धरती पर चीता प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। भारत और लगभग सम्पूर्ण एशिया महाद्वीप से विलुप्त हो चुके चीतों का पुनर्वास कर राज्य सरकार प्रकृति से प्रगति और प्रगति से प्रकृति के संरक्षण की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शुक्रवार को मीडिया को जारी संदेश में कहा कि आज ही केन्द्रीय पर्यावरण, वन एनं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ मिलकर चीता प्रोजेक्ट की समीक्षा की है। इसमें तय किया कि मध्य प्रदेश में चीता प्रोजेक्ट का विस्तार किया जाएगा। केन्द्रीय मंत्री यादव ने कूनो नेशनल पार्क में आने वाले पर्यटकों के लिए सुविधाएं बढ़ाए जाने सहित अन्य कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं, जिन पर राज्य सरकार शिद्दत से अमल करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क के बाद मंदसौर में गांधीसागर अभयारण्य प्रदेश का दूसरा ऐसा स्थान होगा, जहां चीतों को बसाया जा रहा है। हम चीता प्रोजेक्ट के विस्तार की स्वीकृति प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार के आभारी हैं। आगामी 20 अप्रैल को गांधीसागर अभयारण्य से मध्य प्रदेश में चीता प्रोजेक्ट का‍ विस्तार करने जा रहे हैं। इस दिन गांधीसागर अभयारण्य में चीते छोड़े जाएंगे। यह वन्य जीव संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा। साथ ही वन्य जीव संरक्षण प्रेमियों और देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए भी यह उत्साह का अवसर है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर