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जम्मू, 18 अप्रैल (हि.स.)। एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में जम्मू कश्मीर कैजुअल लेबर यूनाइटेड फ्रंट (जेकेसीएलयूएफ) के बैनर तले विभिन्न विभागों के दिहाड़ी मजदूरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा से मुलाकात कर अपनी पुरानी समस्याओं को उजागर किया। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जेकेसीएलयूएफ के अध्यक्ष तनवीर हुसैन ने किया और सेवाओं के नियमितीकरण, न्यूनतम मजदूरी अधिनियम के कार्यान्वयन और विभिन्न विभागों की ऑनलाइन सत्यापन प्रक्रियाओं में श्रमिकों द्वारा सामना किए जाने वाले तकनीकी मुद्दों के समाधान जैसी प्रमुख चिंताओं पर ध्यान केंद्रित किया।
फ्रंट के नेताओं ने सत शर्मा से पार्टी स्तर और केंद्र सरकार दोनों के समक्ष अपनी मांगों को उठाने का आग्रह किया और इस बात पर जोर देते हुए कि कई दिहाड़ी मजदूर वर्षों से बिना नौकरी की सुरक्षा या उचित मुआवजे के काम कर रहे हैं। उन्होंने कई श्रमिकों की दुर्दशा पर दुख व्यक्त किया, जो न्याय के बिना अपनी सेवा के दौरान मर गए जबकि अन्य सरकारी निष्क्रियता के कारण पीड़ित हैं। फ्रंट ने इस बात पर जोर दिया कि चूंकि जम्मू और कश्मीर अब एक केंद्र शासित प्रदेश है इसलिए केंद्र सरकार के पास इन श्रमिकों की शिकायतों में हस्तक्षेप करने और उनका समाधान करने का अधिकार और जिम्मेदारी है।
प्रतिनिधिमंडल को जवाब देते हुए सत शर्मा ने उन्हें अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया। उन्होंने भाजपा हाईकमान और जम्मू-कश्मीर के नेतृत्व के साथ-साथ केंद्र सरकार के समक्ष इस मामले को उठाने का वादा किया। दिहाड़ी मजदूरों की कठिनाइयों को स्वीकार करते हुए शर्मा ने कहा कि वह उनके दर्द को समझते हैं और उनके संघर्ष में उनके साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को यह भी आश्वासन दिया कि वह पार्टी विधायकों के साथ 21 और 22 अप्रैल को जेकेसीएलयूएफ द्वारा आयोजित की जा रही महापंचायत में भाग लेंगे जहां वह दिहाड़ी मजदूरों की चिंताओं को उठाएंगे। यह बैठक उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण लेकर आई है जो वर्षों से मान्यता और न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा