हाईकोर्ट बार एसोसिएशन में वित्तीय अनियमितता की फोरेंसिक जांच के बाद होगा चुनाव
--आठ सालों में 50 वकीलों ने फर्जी तरीके से लिया मेडिकल क्लेम --ऐसे वकीलों की सूची चस्पा कर किया जाएगा ब्लैक लिस्ट प्रयागराज, 18 अप्रैल (हि.स.)। इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का चुनाव निकट भविष्य में होने की उम्मीद नहीं है। वार्षिक चुनाव को लेक
इलाहाबाद हाईकाेर्ट्


--आठ सालों में 50 वकीलों ने फर्जी तरीके से लिया मेडिकल क्लेम

--ऐसे वकीलों की सूची चस्पा कर किया जाएगा ब्लैक लिस्ट

प्रयागराज, 18 अप्रैल (हि.स.)। इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का चुनाव निकट भविष्य में होने की उम्मीद नहीं है। वार्षिक चुनाव को लेकर शुक्रवार को बुलाई गई आम सभा की बैठक में अधिवक्ता सदस्यों ने 2018 से लेकर 2025 तक हुए फ्राड की फोरेंसिक जांच कराने की मांग की। जिसे अध्यक्ष अनिल तिवारी ने स्वीकार कर लिया है।

बैठक में तय किया गया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के 50 अधिवक्ताओं ने 8 सालों में लाखों रुपए फर्जी ढंग से मेडिकल क्लेम लिया, जिनको ब्लैक लिस्टेड किया जायेगा और उनकी सूची चस्पा की जायेगी।

अधिवक्ता निधि में 24 करोड़ 84 लाख रुपए आए और 24 करोड़ 99 लाख खर्च हुए। लेकिन 15 लाख रुपए का कोई हिसाब नहीं है। बार एसोसिएशन की लाईब्रेरी हाल में 41 लाख रुपए की एसी लगवाईं गई। 35 लाख रुपए की कुर्सी मंगाई गई।

2 मई 2024 को कार्यकारिणी ने चार्ज लिया। जांच कराई गई तो 37 लाख रुपए कम मिले। इस कारण कार्यालय अधीक्षक पवन पांडेय सहित 5 कर्मचारी बर्खास्त किए गए। 35 अधिवक्ताओं को करीब 16 लाख रुपए का मेडिकल क्लेम दिया गया और 23 विधवाओं को पेंशन दी जा रही है।

अध्यक्ष अनिल तिवारी ने बताया कि सदस्यों की मांग पर 2018 से अब तक का रिकॉर्ड कम्प्यूटर पर है। इसलिए उसकी फोरेंसिक जांच कराई जाएगी। उम्मीद है कि इसकी रिपोर्ट जुलाई तक आ जाएगी। फिलहाल इस दौरान मौजूदा कार्यकारिणी का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। अध्यक्ष अनिल तिवारी का कहना है कि 2 जून को कार्यकाल समाप्त हो रहा है। 3 जून को वित्तीय चार्ज एल्डर कमेटी को सौंप दिया जाएगा । एल्डर कमेटी जब चाहे चुनाव करा सकती है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / रामानंद पांडे