जौनपुर: प्रेमी का शव बरामदे में मिला, प्रेमिका के परिवार पर लगा हत्या का आरोप
जौनपुर, 18 अप्रैल (हि.स.)। नगर कोतवाली क्षेत्र के चितरसरी मोहल्ले में शुक्रवार को एक युवक का शव उसकी प्रेमिका के घर के बरामदे में फंदे से लटकता मिला। परिजनों का आरोप है कि लड़की के परिजनों ने बेटे की हत्या कर शव को फंदे से लटकाया है। जांच के दौरान पु
किशन की फाइल फोटो


लड़के की मां और बहन न्याय की गुहार लगाने हुए


जौनपुर, 18 अप्रैल (हि.स.)। नगर कोतवाली क्षेत्र के चितरसरी मोहल्ले में शुक्रवार को एक युवक का शव उसकी प्रेमिका के घर के बरामदे में फंदे से लटकता मिला। परिजनों का आरोप है कि लड़की के परिजनों ने बेटे की हत्या कर शव को फंदे से लटकाया है। जांच के दौरान पुलिस को लड़के की लड़की से बात करते हुए मोबाइल चैटिंग मिली है। लड़के ने मौत के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया है।

कोतवाली प्रभारी मिथिलेश मिश्रा ने बताया कि चितरसरी मोहल्ला निवासी किशन मौर्य (28) का पड़ोसी लड़की से कई वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। शुक्रवार को उसका शव प्रेमिका के घर के बरामदे में लटकता मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर गहनता से जांच शुरू कर दी। घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे किशन के परिजनों ने आरोप लगाया कि लड़की के परिजनों ने बेटे की हत्या कर शव को फंदे से लटकाया है।

जांच के दौरान पुलिस को किशन के मोबाइल पर चैट मिली, जिसमें दोनों एक दूसरे से बात करते थे। व्हाट्सएप चैट से 2300 शब्दों का सुसाइड नोट बरामद हुआ है। लड़के ने मौत के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया है। उसने सुसाइड नोट में लड़की से अपने अंतरंग सम्बंधों का भी जिक्र किया है। दिसम्बर 2019 में दोनों के बीच दोस्ती हुई थी। 13 फरवरी 2021 को प्रेमिका ने उससे अपने प्यार का इजहार किया था। ग्रामीणों के मुताबिक, किशन का पड़ोस की लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था। प्रेमिका प्रयागराज में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रही है और पिछले छह महीने से उसने किशन से बात करना बंद कर दिया था। इसी वजह से किशन ने यह कदम उठाया।

कोतवाली प्रभारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला प्रेम प्रसंग का लग रहा है, लेकिन सभी तथ्यों पर जांच की जा रही है। परिजनों की ओर से दी गई तहरीर को भी संज्ञान में लाया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की सच्चाई सामने आएगी और उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव