हिंसा से मुर्शिदाबाद में पर्यटन पर असर
मुर्शिदाबाद, 16 अप्रैल (हि. स.)। वक्त संशोधन विरोधी प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा से अशांत चल रहे पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिला अपने पर्यटन स्थलों के लिए भी जाना जाता है। यहां कई ऐसे ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते रहते
मोती झील


जहान कोष कैनन


वासिफ मंजिल


निज़ामत इमामबारा


मुर्शिदाबाद, 16 अप्रैल (हि. स.)। वक्त संशोधन विरोधी प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा से अशांत चल रहे पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिला अपने पर्यटन स्थलों के लिए भी जाना जाता है। यहां कई ऐसे ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते रहते हैं।

बंगाल में सप्ताहांत या छोटी छुट्टियां बिताने के लिए उपयुक्त स्थानों की सूची में मुर्शिदाबाद का नाम सबसे पहले आता है। हालांकि, हाल में हुई हिंसक घटनाओं की वजह से बंगाली नववर्ष सहित चार दिवसीय अवकाश के दौरान नवाबों का शहर मुर्शिदाबाद पर्यटकों से लगभग खाली ही रहा। परिणामस्वरूप, पर्यटन व्यवसाय से जुड़े मुर्शिदाबाद के सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं। लंबी छुट्टियों के बावजूद, पर्यटकों की संख्या उस तरह नहीं दिखी। पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग इस उम्मीद में दिन गिन रहे हैं कि कब पर्यटक फिर से यहां आएंगे।

मुर्शिदाबाद के मशहूर पर्यटन स्थलों में हजारदुआरी, इमामबाड़ा, मोतीझील पार्क, जगत सेठ का घर, काठगोलाप गार्डन, कटरा मस्जिद, खोशबाग और सबसे लोकप्रिय इक्यावन पीठों में से एक, किरीटेश्वरी मंदिर का शुमार है। मुर्शिदाबाद के ये पर्यटन स्थल साल भर पर्यटकों से भरे रहते हैं। पिछले कुछ दिनों में मुर्शिदाबाद के कुछ हिस्सों में स्थिति बिगड़ने के कारण पर्यटकों ने नवाबों के शहर में कदम नहीं रखा है।

होटल और रेस्तरां से लेकर कार, ऑटो और टोटो चालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इसके अलावा, पर्यटक गाइडों और फोटोग्राफरों की भी भौंहें तन गई हैं और जेबें तंग हो गई हैं। पिछले कुछ दिनों में सुती, जंगीपुर और शमशेरगंज सहित विभिन्न क्षेत्रों में देखी गई अशांति बहरमपुर और लालबाग सहित आसपास के विभिन्न पर्यटन स्थलों तक भी फैल गई है। वहां के व्यापारियों का कहना है कि ये पर्यटन स्थल उन इलाकों से बहुत दूर हैं जहां अशांति हो रही है। लेकिन अन्य राज्यों या जिलों में पर्यटकों ने विभिन्न मीडिया और सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें देखी हैं, उसके आधार पर कई लोग अपनी योजनाएं परिवर्तित कर रहे हैं

हजारद्वारी पैलेस के निकट एक दुकानदार सुमित साहा ने बताया, हमें बड़ी उम्मीद थी कि पिछले चार दिनों की छुट्टियों के दौरान मुर्शिदाबाद में हजारद्वारी और उसके आसपास के पर्यटन केंद्रों पर पर्यटकों की बाढ़ आ जाएगी। लेकिन इस बार हम बहुत निराश हैं। शायद मुर्शिदाबाद की वर्तमान स्थिति के कारण पर्यटक यहां आने से डर रहे हैं।

राजू धर हजारदुआरी देखने आने वाले पर्यटकों की तस्वीरें खींचकर अपनी आजीविका चलाते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ पर्यटक चार दिन की लंबी छुट्टी के लिए हजारदुआरी आए हैं।

पर्यटक संभवतः टीवी और सोशल मीडिया पर देखी जा रही अराजकता की तस्वीरों के कारण घबरा रहे हैं।

मुर्शिदाबाद जिला परिषद की अध्यक्ष रुबिया सुल्ताना ने दावा किया कि प्रशासनिक मुस्तैदी के कारण मुर्शिदाबाद में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। पर्यटक बिना किसी डर के इस जिले में आ सकते हैं।

पर्यटन व्यवसाय से जुड़े नवाब नगर के लोगों में जिला पुलिस प्रशासन की सकारात्मक भूमिका से एक बार फिर उम्मीद जगी है। अप्रैल माह में इस सप्ताहांत सार्वजनिक अवकाश है तो उम्मीद की जा रही है कि डर और झिझक को पार कर पर्यटक एक बार फिर पहले की तरह मुर्शिदाबाद का रुख करेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय