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नई दिल्ली, 16 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ दायर ईडी के आरोपपत्र और नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों की जब्ती के विरोध में पार्टी द्वारा आज विभिन्न राज्यों में शक्ति प्रदर्शन किया गया। पार्टी महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने कहा कि ये प्रदर्शन केंद्र की मोदी सरकार के राजनीतिक प्रतिशोध के निरंतर अभियान का हिस्सा हैं।
कांग्रेस के आह्वान पर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने देश भर में राज्यों की राजधानियों में प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालयों और जिलों में केंद्र सरकार के कार्यालयों के समक्ष आयोजित विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया।
वेणुगोपाल ने दावा किया कि आज के विरोध प्रदर्शन 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में प्रदेश कांग्रेस समितियों द्वारा समन्वित किए गए, जिसमें कर्नाटक, मध्य प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम, केरल, तेलंगाना, राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं, विधायकों, सांसदों, फ्रंटल संगठन के नेता और वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 24, अकबर रोड स्थित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। वहां से ईडी कार्यालय जाने का प्रयास कर रहे प्रदर्शनकारी कांग्रेस कार्यकर्ताओं का पुलिस के साथ टकराव हुआ। उसके बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव समेत कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
वेणुगोपाल ने कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा और लक्षद्वीप प्रदेश कांग्रेस समितियों ने 17 और 18 अप्रैल को अपना विरोध प्रदर्शन निर्धारित किया है। यह सामूहिक कार्रवाई और विशाल भागीदारी हमारे संकल्प की पुष्टि है - सत्य, न्याय और भारत के संविधान के लिए खड़े होने की।
उन्होंने कहा कि यह केवल एक राजनीतिक लड़ाई नहीं है बल्कि लोकतांत्रिक कर्तव्य है। कांग्रेस पार्टी अनुशासन और साहस के साथ इस लड़ाई का नेतृत्व करना जारी रखेगी। हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण है, हमारा विश्वास मजबूत है और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अडिग है।
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हिन्दुस्थान समाचार / दधिबल यादव