Thursday, 24 April, 2025
मुंबई से ठाणे रेल सफर के 172 साल, बहुमंजिला होगा ठाणे स्टेशन
मुंबई, 15अप्रैल ( हि. स.) । भारतीय रेल के इतिहास में दर्ज है कि 16अप्रैल 1853को ही बोरीबंदर ( वर्तमान में सीएसएमटी)से ठाणे के बीच देश की पहली रेल जो कि तीन भाप के इंजिन वाली रेल थी इसने 34किमी का सफर तय किया था। ठाणे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर एक के
मुंबई से ठाणे रेल सफर के 172 साल, बहुमंजिला होगा ठाणे स्टेशन


मुंबई, 15अप्रैल ( हि. स.) । भारतीय रेल के इतिहास में दर्ज है कि 16अप्रैल 1853को ही बोरीबंदर ( वर्तमान में सीएसएमटी)से ठाणे के बीच देश की पहली रेल जो कि तीन भाप के इंजिन वाली रेल थी इसने 34किमी का सफर तय किया था। ठाणे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर एक के बाहर पुराने स्टीम रेलवे इंजिन का मॉडल रखा गया है।लगभग 172साल पुराने ठाणे स्टेशन में समय के साथ काफी बदलाव भी आए हैं।पच्चीस लाख आबादी का शहर अब जबकि 2004में ठाणे वाशी,और पनवेल के लिए रेल लाइन शुरू होने के बाद मुंबई, नबीमुंबई मीरा रोड भाईंदर वसई विरार कल्याण और भिवंडी के बीच सेंटर बन गया है। ठाणे स्टेशन पर रोजाना सात लाख रेल यात्रियों का आवागमन है।इसलिए इतने अधिक लोगों की आवश्यकता अनुसार अब ठाणे में 11 मंजिला रेलवे स्टेशन, शॉपिंग मॉल और पार्किंग का भी इंतजाम, 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस स्‍टेशन से ट्रेन के अलावा अन्‍य परिवहन साधनों की कनेक्टिविटी भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस पर 2.24 किलोमीटर का एलिवेटेड रोड बनाया जाएगा, जो ईस्‍टर्न एक्‍सप्रेसवे को सीधे रेलवे स्‍टेशन से जोड़ेगा।बताया जाता है कि केंद्र व राज्य सरकार मुंबई एमएमआर में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। एमएमआर में मेट्रो के साथ साथ रेलवे सुविधाओं के विस्तार पर कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में मुंबई का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले ऐतिहासिक ठाणे स्टेशन पर 11 मंजिली रेलवे इमारत के निर्माण का काम शुरू किया गया है। बताया गया है कि यह मुंबई ही नहीं बल्कि देश में रेलवे स्टेशन की सबसे बड़ी मल्टीस्टोरी बिल्डिंग होगी। ठाणे स्टेशन के पूर्व की तरफ प्लेटफॉर्म नंबर 10 ए से जोड़कर 11 मंजिली इमारत का निर्माण आरएलडीए (रेलवे लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी) एवं ठाणे मनपा कर रही है। यह रेलवे स्‍टेशन सिर्फ कनेक्टिविटी को ही नहीं, बल्कि लोगों की अन्य सुविधाओं व मनोरंजन को ध्‍यान में रखकर बनाया जा रहा है। यह प्रोजेक्‍ट रेलवे कनेक्टिविटी बढ़ाने के साथ सरकार के लिए भी फायदेमंद होगा। रेलवे स्‍टेशन के पास कनेक्टिविटी का पूरा ख्‍याल रखा गया है, जिसे बस और मेट्रो से भी जोड़ा जाएगा। इस प्रोजेक्ट को 30 जून, 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है।ठाणे रेलवे स्‍टेशन के पूर्व में प्‍लेटफॉर्म 10 ए से जोड़कर 9,000 वर्गमीटर एरिया में इस प्रोजेक्‍ट को डेवलप किया जा रहा है। इसके साथ ही 24,280 वर्गमीटर का लीज स्‍पेस भी रहेगा। इस जगह को 60 साल की लीज पर देने की योजना है। रेलवे स्‍टेशन के बेसमेंट में पार्किंग की सुविधा दी जाएगी। इसके साथ ही रेलवे की सभी सुविधाएं यहां दी जाएंगी। इससे जुड़ा ही बस का डेक बनाया जाएगा, जहां से स्थानीय परिवहन की बस पकड़ी जा सकेगी। नीचे के 2 फ्लोर पर यह सभी सुविधाएं उपलब्‍ध कराई जाएंगी।इस स्‍टेशन से ट्रेन के अलावा अन्‍य परिवहन साधनों की कनेक्टिविटी भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस पर 2.24 किलोमीटर का एलिवेटेड रोड बनाया जाएगा, जो ईस्‍टर्न एक्‍सप्रेसवे को सीधे रेलवे स्‍टेशन से जोड़ेगा। गौरतलब है कि ठाणे पश्चिम से पूर्व को स्टेशन तक जोड़ने वाला लगभग 2.50 किमी लंबा निर्माणाधीन उड़ान पुल भी इसी इमारत से सेटिस के माध्यम से जुड़ेगा। प्‍लेटफॉर्म 10 के पास से बस मूवमेंट के लिए डेक बनाया जाएगा, ताकि यात्रियों को ट्रेन से उतरकर बस पकड़ने के लिए दूर न जाना पड़े। इसके अलावा रिक्शा टैक्सी स्टैंड व अन्य निजी परिवहन की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इस बहुउद्देश्यीय प्रोजेक्‍ट को रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी और ठाणे मनपा मिलकर डेवलप कर रही है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा