नवनिर्मित माता कृष्णा उद्यान मानव सेवा का एक सुंदर उदाहरण : ओम बिरला
- हम देवभूमि उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल्यों और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने के संकल्पबद्ध : मुख्यमंत्री - मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कुंभ 2027 के भव्य एवं सफल आयोजन लिए सभी साधु-संतों से किया आह्वान हरिद्वार, 14 अप्रैल (हि.स.)। लोकसभा अध्यक्ष ओम
हरिद्वार में माता कृष्ण उद्यान के उद्घाटन कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी।


- हम देवभूमि उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल्यों और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने के संकल्पबद्ध : मुख्यमंत्री

- मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कुंभ 2027 के भव्य एवं सफल आयोजन लिए सभी साधु-संतों से किया आह्वान

हरिद्वार, 14 अप्रैल (हि.स.)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सोमवार को हरिद्वार में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए कहा कि धार्मिक एवं आध्यात्मिक चेतना से ओत-प्रोत धर्मनगरी हरिद्वार में प्रेम प्रकाश मंडल की ओर से नवनिर्मित माता कृष्णा उद्यान भी मानव सेवा का एक सुंदर उदाहरण है।

सोमवार शाम हरिद्वार में सर्वानन्द घाट पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में माता कृष्णा उद्यान के उद्घाटन समारोह में यह बातें कहीं।

इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रेम प्रकाश मंडल देशभर में विभिन्न स्थानों पर मानव सेवा का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। प्रेम प्रकाश मंडल की ओर से निर्धन परिवारों कल्याण एवं विभिन्न जनहित के कार्यों के माध्यम से मानवता की सेवा की जा रही है। स्वामी भगत जी महाराज और प्रेम प्रकाश मंडल की ओर से अध्यात्म एवं देव परंपरा को आगे बढ़ाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य में विभिन्न विकास कार्यों के साथ ही चारधाम यात्रा को सुगम एवं सुविधापूर्ण बनाने, गंगा की स्वच्छता और कुंभ 2027 के भव्य एवं सफल आयोजन के लिए सराहनीय कार्य किया जा रहा है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि सरकार देवभूमि उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल्यों और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने के लिए संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है। इसके लिए प्रदेश में धर्मांतरण विरोधी कानून और दंगा विरोधी कानून सख़्ती से लागू किये गए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने यूसीसी लागू कर सभी नागरिकों को समान अधिकार देने का ऐतिहासिक दायित्व निभाया है ।

उन्होंने उत्तराखंड में कुंभ 2027 के भव्य एवं सफल आयोजन के लिए समस्त साधु संतों का सहयोग के लिए आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर कुंभ 2027 के भव्य एवं दिव्य आयोजन की बड़ी जिम्मेदारी है। इसमें सभी साधु संतों का सहयोग की अपेक्षा की जाती है।

मुख्यमंत्री ने आचार्य सद्गुरु स्वामी टेऊँराम जी महाराज को सनातन संत परंपरा का महान संत बताते हुए कहा कि उन्होंने जीवन पर्यंत समाज को परमार्थ और सेवा की शिक्षा दी। उन्होनें लोगों को जात-पात, ऊँच-नीच और दिखावे से ऊपर उठकर प्रेम और भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ओम बिरला जी के लोकसभा अध्यक्ष रहते हुए भारतीय संसद की ओर से कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति, तीन तलाक विरोधी कानून, नागरिकता संशोधन अधिनियम और वक्फ संशोधन अधिनियम जैसे कई ऐतिहासिक और युगांतकारी कानून पारित किए गए, जो आज देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में विकास के साथ- साथ सांस्कृतिक पुनर्जागरण भी हो रहा है। हमारी सरकार प्रदेश में विकास की गंगा बहाने के साथ-साथ सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य निरंतर करती रहेगी।

कार्यक्रम में प्रेम प्रकाश आश्रम मण्डलाध्यक्ष स्वामी भगत प्रका महाराज, स्वामी मनोहर लाल, स्वामी ब्राह्ममानंद, स्वामी मोनू राम जी, सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधायक मदन कौशिक, आदेश चौहान, दर्जा राज्यमंत्री विनय रुहेला, देशराज कर्णवाल, डॉ. जयपाल सिंह चौहान, ओम प्रकाश जमदगनी, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, मेयर किरन जेसल, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, बीजेपी जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल आदि मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार