दून विश्वविद्यालय में आरम्भ होगा सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज - मुख्यमंत्री
-सद्भावना सम्मेलन एवं राष्ट्रीय एकता शिविर का आयाेजन हरिद्वार, 13 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मानव सेवा उत्थान समिति द्वारा हरिद्वार में बैसाखी महापर्व के अवसर पर आयोजित *सद्भावना सम्मेलन एवं राष्ट्रीय एकता शिविर* में प्रतिभाग
सद्भावना सम्मेलन


-सद्भावना सम्मेलन एवं राष्ट्रीय एकता शिविर का आयाेजन

हरिद्वार, 13 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मानव सेवा उत्थान समिति द्वारा हरिद्वार में बैसाखी महापर्व के अवसर पर आयोजित *सद्भावना सम्मेलन एवं राष्ट्रीय एकता शिविर* में प्रतिभाग किया |

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई देते हुए पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मानव कल्याण के उद्देश्य से आयोजित ये विशाल सम्मेलन न केवल समाज में एकता औऱ सद्भावना का संदेश देगा, बल्कि मानव सेवा के लिए भी जन-जन को प्रेरित करेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राचीन सनातन हिंदू संस्कृति हमें “वसुधैव कुटुम्बकम’’ अर्थात् संपूर्ण पृथ्वी को अपना परिवार मानने की प्रेरणा देती है। हमारे ऋषियों-मुनियों ने समाज में अध्यात्म और ज्ञान द्वारा लोगों को सद्भावना का मार्ग दिखाया है। उसी मार्ग पर चलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज हमारा देश वसुधैव कुटुम्बकम की भावना पर आधारित एक पृथ्वी-एक परिवार - एक भविष्य की अवधारणा को वैश्विक मंचों पर साकार कर रहा है।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में विश्व के लगभग 100 देशों को कोविड की वैक्सीन देना हो, योग एवं आयुर्वेद को वैश्विक स्तर पर ले जाना हो या अनेकों छोटे देशों को आर्थिक सहायता देनी हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सदैव पूरी पृथ्वी को मानवता के एक सूत्र में पिरोने का प्रयास किया है। आज विश्व में कहीं भी कोई आपदा आती है तो भारत तत्काल पीड़ित देश को राहत सामग्री पहुँचाने का कार्य करता है।

अभी हाल ही में जब म्यांमार में विनाशकारी भूकंप आया तो भारत ने ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के अंतर्गत वहां 625 टन राहत सामग्री भेजने के साथ ही डॉक्टरों की टीम को भी भेजा, जिसने वहां पर सैकड़ों लोगों का उपचार किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एकता किसी भी देश की शक्ति और स्थिरता का आधार होती है। यदि देश के नागरिकों में आपसी सद्भावना होगी, तो वे मिलकर देश की उन्नति के लिए कार्य करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी हाल ही में, हमनें प्रदेश में समान नागरिक संहिता को लागू करने जैसा ऐतिहासिक कार्य किया है। इसके माध्यम से जाति, धर्म और लिंग आदि के आधार पर कानूनी मामलों में होने वाले भेदभाव को पूर्ण रूप से खत्म कर प्रदेश के सभी नागरिकों को समान अधिकार देने का प्रयास किया गया है।

इसके साथ ही, हमारी सरकार प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में भी पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। आज एक ओर जहां, केदारनाथ धाम एवं बद्रीनाथ धाम में वृहद स्तर पर पुनर्निमार्ण के कार्य किए जा हैं वहीं, हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरीडोर के निर्माण की दिशा में भी हम कार्य कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने दून विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज की पढ़ाई प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। इस सेंटर में हिंदू सभ्यता और संस्कृति से जुड़े विभिन्न विषयों पर शिक्षण और शोध-कार्य किए जाएंगे।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि सनातन संस्कृति सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया की रही है | इस विचार के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनने की दिशा में अग्रसर है |

कैबिनेट मंत्री व आध्यात्मिक गुरु सतपाल महाराज ओर उनके पुत्र सुयश जी और रीवा (एमपी) के महाराज पुष्पराज सिंह, विधायक आदेश चौहान, जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, राज्यमंत्री ओमप्रकाश जमदग्नि, विनय रोहिल्ला, जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह, एसएसपी प्रमेंन्द्र डोबाल आदि उपस्थित थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला