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जम्मू, 11 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जम्मू-कश्मीर प्रवक्ता एडवोकेट पूर्णिमा शर्मा ने क्षेत्र में अलगाववादी समूहों के निरंतर विघटन की सराहना की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृढ़ और दूरदर्शी नीतियों ने जम्मू-कश्मीर में दशकों से चली आ रही अलगाववादी कथा को समाप्त कर दिया है।
शुक्रवार को जारी एक बयान में शर्मा ने कहा हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के एक और घटक, जम्मू-कश्मीर मास मूवमेंट द्वारा अलगाववाद को त्यागने और भारत के संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ लेने का हालिया निर्णय मोदी सरकार की जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय एकता और शांति के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने बताया कि अब तक हुर्रियत से जुड़े बारह संगठनों ने खुद को अलगाववादी गुट से अलग कर लिया है जो केंद्र शासित प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में एक ऐतिहासिक बदलाव को दर्शाता है।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि अलगाववादी संगठनों का लगातार आत्मसमर्पण मोदी सरकार की राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ़ सख्त नीति का सीधा नतीजा है। उन्होंने कहा यह कोई संयोग नहीं है। यह अनुच्छेद 370 को खत्म करने, आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता और राष्ट्रीय एकीकरण पर दृढ़ रुख जैसे रणनीतिक फैसलों का नतीजा है। पूर्णिमा ने कहा कि यह घटनाक्रम प्रधानमंत्री के एक भारत, श्रेष्ठ भारत के विजन का एक शानदार समर्थन है। उन्होंने कहा जम्मू और कश्मीर ऐतिहासिक बदलाव के दौर से गुजर रहा है - अलगाववाद का केंद्र होने से विकास और एकता का प्रतीक बन गया है।
भाजपा प्रवक्ता ने पिछली सरकारों की विफलता को भी उजागर किया जिन्होंने उनके अनुसार, राजनीतिक सुविधा के लिए अलगाववादी तत्वों को पनपने दिया। उन्होंने कहा सालों से कुछ राजनीतिक दलों ने हुर्रियत को अशांति के साधन के रूप में बढ़ावा दिया। लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में अलगाववाद के झूठ का पर्दाफाश हुआ है और उसे खत्म किया गया है। उन्होंने अलगाववाद से जुड़े सभी बचे हुए तत्वों से आत्मनिरीक्षण करने और मुख्यधारा में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने कहा जम्मू-कश्मीर के लोगों ने दुष्प्रचार और उकसावे के बजाय शांति और प्रगति को चुना है। अब पूर्ण राष्ट्रीय एकीकरण का समय आ गया है और मोदी सरकार इस वादे को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा