फिरोजाबाद की 30 चिकित्सा इकाइयों को मिलेगा नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन
जनपद में अभी तक 14 चिकित्सा इकाइयों को मिल चुका है एनक्वास
चिकित्सा केंद्र


आयुष्मान आरोग्य मंदिर श्रेणी में मंडल में प्रथम स्थान परफिरोजाबाद, 11 अप्रैल (हि.स.)। सुहाग की नगरी फिरोजाबाद जिले की 30 चिकित्सा इकाइयों को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन (एनक्वास) के लिए तैयार किया गया है। इन इकाइयों का राज्य स्तरीय मूल्यांकन हो चुका है और नेशनल टीम के मूल्यांकन के बाद इन्हें सर्टिफिकेशन मिल सकेगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम बदन राम के दिशा निर्देशन में क्वालिटी एश्योरेंस प्रोग्राम के ज़िला सलाहकार डॉ. रबीश कुमार सिंह निरंतर इन इकाइयों के गैप्स को दूर करवाने में जुटे है। क्वालिटी एश्योरेंस प्रोग्राम के ज़िला सलाहकार ने बताया कि एनक्वास (नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड) के तहत जिला स्तरीय अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को प्रति बेड 10000 रुपये का पुरस्कार तीन वर्षों तक मिलता है। पीएचसी को तीन लाख और अर्बन पीएचसी को दो लाख रुपये तीन वर्षों तक पुरस्कार के तौर पर मिलते हैं। सात पैकेज में सर्टिफिकेशन होने पर आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 1.26 लाख और बारह पैकेज में 2.16 लाख रुपये का पुरस्कार तीन वर्षों तक दिया जाता है।

क्वालिटी एश्योरेंस प्रोग्राम के नोडल डॉ. के.के वर्मा ने बताया कि एनक्वास (नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड) एक राष्ट्रीय स्तर की पहल है जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करना है। इसके तहत, स्वास्थ्य संस्थानों को विभिन्न मानकों पर खरा उतरना होता है, जैसे कि चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता, स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण और क्षमता, स्वास्थ्य संस्थानों की सुविधाएं और उपकरण से उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना आदि शामिल हैं। उन्होंने ने बताया कि जनपद में एनक्वास प्रमाणित 1 सीएचसी टूंडला और 13 एएएम (आयुष्मान आरोग्य मंदिर) प्राप्त कर चुके हैं।

डॉ. रबीश कुमार सिंह ने बताया कि एनक्वास सर्टिफाइड होने के बाद मिलने वाली पुरस्कार की धनराशि से स्वास्थ्य इकाइयों में गुणात्मक सुधार संबंधित कार्य कराए जाते हैं। इससे मरीजों को और गुणवत्तापूर्ण सेवा मिलती है। गैप्स दूर करने में भी पुरस्कार की धनराशि मददगार होती है। पुरस्कार से कर्मचारियों को भी प्रोत्साहन राशि दी जाती हैं ।

इन 8 मानकों पर दिया जाता है एनक्वास सर्टिफिकेशन डॉ. रबीश कुमार सिंह ने बताया एनक्वास सर्टिफिकेशन 8 मानकों जैसे- सेवा प्रावधान, रोगी अधिकार, इनपुट, सहायता सेवाएँ, नैदानिक देखभाल, संक्रमण नियंत्रण, गुणवत्ता, प्रबंधन पर मिलता है।फिरोजाबाद जिले में अब तक कुल 14 इकाइयां सर्टिफिकेशन हासिल कर चुकी हैं।

इन इकाइयों को मिल चुका है पुरस्कारजनपद ने सीएचसी टूंडला, छितराई, पचोखरा, मड़ई, कंथारी, लुहारी, डोकेली, सलेमपुर, पटीकरा, रेपुरा, सांखिनी, रूपसपुर, नगला राजा राम व उमरी को पुरस्कार मिल चुका है।

हिन्दुस्थान समाचार / कौशल राठौड़