Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
--बिनानी पीजी कॉलेज में 11-12 अप्रैल को होगा राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
मीरजापुर, 10 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारी आंदोलन की भूमिका को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के उद्देश्य से जीडी बिनानी पीजी कॉलेज के इतिहास विभाग द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।
“शहादत एवं विरासत: भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष में क्रांतिकारी आंदोलन की भूमिका” विषय पर आधारित यह संगोष्ठी 11 और 12 अप्रैल को आयोजित होगी, जिसे भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित किया गया है।
इस महत्वपूर्ण आयोजन में देश भर के नामचीन विश्वविद्यालयों से 200 से अधिक इतिहासकार, शिक्षाविद और शोधार्थी शामिल होंगे। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, जेएनयू, दिल्ली विश्वविद्यालय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, काशी विद्यापीठ, पूर्वांचल विश्वविद्यालय तथा जयप्रकाश विश्वविद्यालय सहित अनेक संस्थानों के विशेषज्ञ अपनी भागीदारी दर्ज कराएंगे।
संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र की मुख्य अतिथि मां विंध्यवासिनी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. शोभा गौड़ होंगी। वहीं, बीएचयू इतिहास विभाग के प्रो. अजय प्रताप सम्मानित अतिथि तथा डीएवी पीजी कॉलेज आजमगढ़ के प्रो. सौम्य सेन गुप्ता मुख्य वक्ता होंगे। इस अवसर पर भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के उप निदेशक डॉ. विनोद कुमार भी उपस्थित रहेंगे।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय, चित्रकूट के कुलपति प्रो. शिशिर कुमार पांडे शर्मा होंगे। साथ ही, बीएचयू की प्रो. अनुराधा सिंह और केबीपीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अशोक सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
कॉलेज की प्राचार्या प्रो. वीना सिंह ने बताया कि यह संगोष्ठी न केवल ऐतिहासिक समझ को गहराई देगी, बल्कि छात्रों और शोधार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेगी। इस आयोजन में प्रो. राजमोहन शर्मा (कोऑर्डिनेटर), प्रो. सुशील कुमार त्रिपाठी और आयोजन सचिव जयप्रकाश सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा