राजधानी में सरहुल पर निकाली गई भव्य शोभा यात्रा, मांदर की थाप पर थिरके लोग
रांची, 01 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी रांची में मंगलवार को सरहुल की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। इस दौरान एक से एक आकर्षक झांकियां भी निकाली गई। मांदर की थाप पर बच्चे, बुजुर्ग महिलाएं झूम रहे थे। शहर में हजारों की संख्या में लोग भव्य शोभायात्रा में शाम
अल्बर्ट एक का चौक पर जुलूस की तस्वीर


आरएसएस की शिविर की तस्वीर


सिरम टोली की तस्वीर


जुलूस में शामिल महिलाएं और अन्य


रांची, 01 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी रांची में मंगलवार को सरहुल की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। इस दौरान एक से एक आकर्षक झांकियां भी निकाली गई। मांदर की थाप पर बच्चे, बुजुर्ग महिलाएं झूम रहे थे। शहर में हजारों की संख्या में लोग भव्य शोभायात्रा में शामिल हुए। लोक पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर नाचते गाते हुए शोभायात्रा में शामिल हुए। सरहुल के गीतों, नगाड़ों की गूंज, लाल पट्टा साड़ी एवं सफेद गंजी कुर्ता के रंग से रंगी नजर आई । इस दौरान शहर के हर चौक चौराहा इलाकों मे जनजाति संस्कृति की छटा नजर आ रही थी। शहर मे हर जगह पर सरना झंडा लगाया गया था।

अलबर्ट एक्का चौक में शोभा यात्रा का अदभूत और विहंगम नजारा दिखा। प्रकृति के संरक्षण का संदेश देते हुए शोभा यात्रा में शामिल लोगों का कारवां लगातार सिरम टोली सरना स्थल की ओर आगे बढ़ता जा रहा था। मौके पर कैबिनेट मंत्री चमरा लिंडा और शिल्पी नेहा तिर्की भी मौजूद रहे।

शोभा यात्रा में शामिल लोग झारखंडी संस्कृति की झलक दिखाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी । इस दौरान भाईचारगी का भी संदेश दिया। हातमा से दोपहर एक बजे सरहुल की शोभा यात्रा निकली। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन हातमा पहुंचे। वहां पूजा-अर्चना की। महिलाओं ने उनके पांव पखारे। पांव पखारने वाली महिलाओं को चंपाई सोरेन ने 501 रुपए दिए। जगलाल पाहन को जब घड़े के पानी से स्नान कराने की परंपरा में भी चंपाई सोरेन मौजूद रहे।

सभी परंपराओं को पूरा करने के बाद जगलाल पाहन रथ पर सवार होकर अलबर्ट एक्का चौक पहुंचे। वहां उनका भव्य तरीके से स्वागत किया गया। सभी खोड़हा नेतृत्वकर्ताओं को सरना अंगवस्त्र देकर स्वागत किया गया। इसके बाद राजधानी के विभिन्न सरना स्थलों से जुलूस निकलना शुरू हो गया। मांदर की थाप पर नृत्य-गीत गाते हुए सिरमटोली स्थित सरना स्थल पर पहुंचे। सभी खोड़हा की ओर से सरना स्थल का तीन बार परिक्रमा किया। सभी सिरम टोली चौक पहुंचे और वहां पूजा अर्चना कर अपने-अपने अखाड़े पर वापस लौट गए।

शोभायात्रा में खास बात यह रही कि इसमें सरना ड्रेस का जबरदस्त क्रेज दिखा। कुछ साल पहले तक सरहुल महोत्सव के दौरान महिलाएं लाल पाड़ वाली सफेद साड़ी पहनकर झूमतीं नजर आतीं थी। अब प्रकृति से जुड़ी तरह तरह की प्रिंट वाली साड़ियों का भी क्रेज दिखा। विभिन्न सरना समितियों ने शोभा यात्रा में शामिल लोगों का स्वागत किया। रांची के विधायक सीपी सिंह, आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो सहित अन्य नेताओं ने भी अलबर्ट एक्का चौक पर लोगों का स्वागत करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।

आरएसएस ने सिरम टोली के समीप लगाया

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के श्री रामनगर की ओर से प्रकृति पर्व सरहुल के दौरान स्वागत शिविर लगाया गया था। स्वागत शिविर में चना और शरबत दिया जा रहा था। स्वयंसेवक खबर लिखे जाने तक सरवत और चना बांट रहे थे। इसके अलावा भी कई सामाजिक संगठनों ने अलग-अलग जगह पर शिविर लगाकर लोगों को चना सरवत देते देखे गए ।

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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे