पत्रकारिता के दीपस्तम्भ थे चक्रवर्ती गणपति नावड़
—काशी पत्रकार संघ में श्रद्धांजलि सभा,कार्यशैली और व्यक्तित्व को याद किया गया वाराणसी,01 अप्रैल (हि.स.)। चक्रवर्ती गणपति नावड़ सही अर्थों में श्रमजीवी पत्रकार थे। ऐसे समर्पित लोगों की स्मृतियां हमारा पाथेय बनाती है। नावड़ जी जैसे व्यक्तित्व पत्रकारिता
श्रद्धांजलि सभा


—काशी पत्रकार संघ में श्रद्धांजलि सभा,कार्यशैली और व्यक्तित्व को याद किया गया

वाराणसी,01 अप्रैल (हि.स.)। चक्रवर्ती गणपति नावड़ सही अर्थों में श्रमजीवी पत्रकार थे। ऐसे समर्पित लोगों की स्मृतियां हमारा पाथेय बनाती है। नावड़ जी जैसे व्यक्तित्व पत्रकारिता के दीप स्तम्भ होते हैं। उनके संस्कार में पत्रकारिता थी। यह उद्गार मंगलवार को गोलघर मैदागिन स्थित पराड़कर स्मृति भवन में काशी पत्रकार संघ की ओर से आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पत्रकारों के हैं।

सभा में नगर के वरिष्ठ पत्रकारों ने हिंदी पत्रकारिता में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड में लगभग 06 दशकों से सक्रिय रहे दैनिक 'आज' के कार्यकारी संपादक चक्रवर्ती गणपति नावड़ की कार्यशैली और सहज व्यक्तित्व की चर्चा कर उनसे जुड़े संस्मरण भी सुनाएं।

श्रद्धांजलि देने वालों में काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष डा. अत्रि भारद्वाज, उपाध्यक्ष उमेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष पंकज त्रिपाठी, संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर राममोहन पाठक, योगेश कुमार गुप्त, केडीएन राय, सुभाषचन्द्र सिंह, वाराणसी प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरुण मिश्र, मंत्री विनय शंकर सिंह, वरिष्ठ पत्रकार दीनबंधु राय आदि ने उनके पत्रकारिता जीवन को रेखांकित किया। श्रद्धांजलि सभा में मुख्य रूप से वरिष्ठ पत्रकार आशीष बागची, रोहित चतुर्वेदी, केबी रावत, हरिबाबू श्रीवास्तव, विमलेश चतुर्वेदी, दिलीप कुमार, सुशील मिश्र, राममिलन श्रीवास्तव, देव कुमार केशरी, श्रीधर त्रिपाठी, मुन्ना लाल साहनी, विजय शंकर गुप्ता 'बच्चा', आशुतोष पाण्डेय, मदन यादव आदि उपस्थित रहे। संचालन संघ के मंत्री सुनील शुक्ला ने किया। अंत में दो मिनट का मौन रख कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित की गई।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी