आनंद राठी शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स ने आईपीओ के लिए सेबी के समक्ष फिर से दाखिल किया डीआरएचपी
नई दिल्ली/मुंबई, 01 अप्रैल (हि.स.)। आनंद राठी समूह की ब्रोकरेज शाखा आनंद राठी शेयर और स्टॉक ब्रोकर्स लिमिटेड ने अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआर
आनंद राठी के आईपीओ के लोगो का प्रतीकात्मक चित्र


नई दिल्ली/मुंबई, 01 अप्रैल (हि.स.)। आनंद राठी समूह की ब्रोकरेज शाखा आनंद राठी शेयर और स्टॉक ब्रोकर्स लिमिटेड ने अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) फिर से दाखिल किया है। कंपनी की योजना इस इश्‍यू के जरिए 745 करोड़ रुपये जुटाना है। कंपनी के शेयरों को एनएसई और बीएसई में सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है।

पूंजी बाजार नियामक सेबी के समक्ष जमा ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दस्‍तावेज के मुताबिक आनंद राठी शेयर और स्टॉक ब्रोकर्स लिमिटेड का 5 रुपये के अंकित मूल्य वाला यह आईपीओ पूरी तरह से 745 करोड़ रुपये तक के शेयरों का एक नया इश्यू है। इससे पहले कंपनी ने दिसंबर, 2024 के महीने में अपना डीआरएचपी दाखिल किया था।

सेबी के समक्ष जमा दस्‍तावेज के मुताबिक कंपनी नए इश्‍यू से प्राप्त 550 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग अपनी दीर्घकालिक कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। यह इश्यू बुक-बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए किया जा रहा है, जिसमें शुद्ध निर्गम का 50 फीसदी से अधिक योग्य संस्थागत खरीदारों को आवंटित नहीं किया जाता है। वहीं, शुद्ध प्रस्ताव का 15 फीसदी और 35 फीसदी से कम हिस्सा क्रमशः गैर-संस्थागत और खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों को आवंटित नहीं किया जाता है। इस प्रस्ताव में पात्र कर्मचारियों द्वारा सदस्यता के लिए आरक्षण शामिल है।

उल्‍लेखनीय है कि आनंद राठी समूह की ब्रोकरेज शाखा आनंद राठी शेयर और स्टॉक ब्रोकर्स लिमिटेड भारत में 30 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ एक स्थापित पूर्ण-सेवा ब्रोकरेज हाउस है। ये कंपनी विविध ग्राहकों की सेवा करते हुए, कंपनी खुदरा निवेशकों, उच्च-निवल-मूल्य वाले व्यक्तियों (एचएनआई), अल्ट्रा-एचएनआई और संस्थागत ग्राहकों को सेवा प्रदान करती है। कंपनी की निवेश पेशकशों में इक्विटी, डेरिवेटिव, कमोडिटीज और मुद्रा बाजारों सहित परिसंपत्ति वर्गों की एक विस्तृत शृंखला शामिल है।

-----------

हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर