पत्रकारों के लिए वरदान की तरह है एआई: रणविजय सिंह
- ए आई की चुनौती से लेखन कौशल के जरिए निपटा जा सकता है
ए आई पत्रकारों के लिए वरदान की तरह है


कानपुर, 01अप्रैल (हि. स.)। एआई एक मशीन टूल है। इससे डरने की जगह इससे दोस्ती करना चाहिए। एआई ने पत्रकारों का काम आसान किया है। कंप्यूटर आने के बाद पत्रकारिता में नौकरियां खत्म नहीं हुईं उसी प्रकार एआई के आने से भी पत्रकारों को कोई खतरा नहीं होने वाला। यह बातें छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में एआई पत्रकारिता के लिए चुनौती या वरदान विषय पर एक अतिथि व्याख्यान के आयोजन में वरिष्ठ पत्रकार रणविजय सिंह ने कही।

उन्होंने कहा कि जरूरत इस बात की है कि उसे कैसे हम अपने फायदे और अपनी उत्पादकता को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल कर पाते हैं। छात्रों से यह भी कहा कि पत्रकारिता में बेसिक्स पर फोकस जरूर करें, अपनी लेखनी को नई धार दें और अखबार जरूर पढ़े।

कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ विशाल शर्मा ने कहा कि छात्रों को फील्ड के पत्रकारों के अनुभवों से प्रायोगिक ज्ञान सीखने को मिले इसके लिए विभाग तत्पर है। कार्यक्रम का संचालन डॉ ओमशंकर गुप्ता ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ रश्मि गौतम ने किया।

इस मौके पर विभाग के वरिष्ठ शिक्षक डॉ जीतेंद्र डबराल, डॉ योगेंद्र पाण्डेय, डॉ दिवाकर अवस्थी सहित बड़ी संख्या में छात्र मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद