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कानपुर, 07 मार्च (हि.स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी कानपुर) में राष्ट्रीय क्वांटम मिशन का मिशन समन्वय प्रकोष्ठ क्वांटम क्वेस्ट का आयोजन होने जा रहा है। जो 22 और 23 मार्च को आईआईटी कानपुर में होगा। जिसमें छात्र, शोधकर्ता, उद्योग पेशेवर और नीति निर्माता एक साथ आएंगे। क्वांटम क्वेस्ट पहला फ्लैगशिप जागरूकता कार्यक्रम है, जो राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के उद्देश्यों के अनुरूप क्वांटम प्रौद्योगिकियों और अनुप्रयोगों की परिवर्तनकारी क्षमता पर केंद्रित है।
दो दिवसीय कार्यक्रम में क्वांटम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रख्यात विशेषज्ञों द्वारा मुख्य भाषण और आमंत्रित वार्ताएं शामिल होंगी। इसके अलावा छात्रों और शोधकर्ताओं को मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियों के माध्यम से अपने काम को प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा, जिससे अकादमिक चर्चा और अंतः विषय सीखने को बढ़ावा मिलेगा। सर्वश्रेष्ठ मौखिक व पोस्टर प्रस्तुतियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। उपस्थित लोग क्वांटम प्रौद्योगिकियों के वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों पर विचारोत्तेजक चर्चाओं में शामिल होंगे। जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर उनका प्रभाव भी शामिल है। इंटरैक्टिव सत्र में इस उभरते हुए क्षेत्र में नवाचार और इस तकनीक काे आत्मसात करने को बढ़ावा देने में शिक्षा, उद्योग और सरकार की भूमिकाओं के बारे में मूल्यवान जानकारी प्रदान करेंगे। इसका उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना और क्वांटम प्रौद्योगिकी के तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में ज्ञान के आदान-प्रदान, कौशल विकास और सहयोग के लिए एक मंच के रूप में काम करना है। यह कार्यक्रम क्वांटम कंप्यूटिंग, क्वांटम संचार, क्वांटम सेंसिंग और मेट्रोलॉजी, और क्वांटम सामग्री और उपकरणों में अत्याधुनिक प्रगति पर प्रकाश डालेगा।
क्वांटम क्वेस्ट के लिए पंजीकरण छात्रों, शोधार्थियों और संकाय सदस्यों के लिए खुला है। छात्रों और शोधार्थियों के लिए पंजीकरण शुल्क सौ रुपये है जबकि पेशेवर और संकाय सदस्य पांच सौ रुपये देकर पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण की अंतिम तिथि 12 मार्च है। अधिक जानकारी और पंजीकरण के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://quantumquest.iitk.ac.in. का अवलोकन कर सकते हैं। क्वांटम क्वेस्ट क्वांटम प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध विशेषज्ञों का एक मजबूत नेटवर्क बनाने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। विभिन्न विषयों में सहयोग को सुविधाजनक बनाकर, यह कार्यक्रम अनुसंधान, नवाचार और क्वांटम उन्नति के व्यावहारिक कार्यान्वयन में योगदान देगा।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप