अरुणाचल प्रदेश के राजभवन में मनाया गया 'राजस्थान दिवस'
इटानगर, 30 मार्च (हि.स.)। सांस्कृतिक एकता एवं राष्ट्रीय अखंडता को मजबूत करने के उद्देश्य से अरुणाचल प्रदेश के राजभवन में आज 'राजस्थान दिवस' बड़े धूमधाम से मनाया गया। राजस्थान दिवस को राजभवन में परम्परागत उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया गया। इस अवसर प
अरुणाचल प्रदेश के राजभवन में मनाया गया 'राजस्थान दिवस'


इटानगर, 30 मार्च (हि.स.)। सांस्कृतिक एकता एवं राष्ट्रीय अखंडता को मजबूत करने के उद्देश्य से अरुणाचल प्रदेश के राजभवन में आज 'राजस्थान दिवस' बड़े धूमधाम से मनाया गया।

राजस्थान दिवस को राजभवन में परम्परागत उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित एक समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) केटी परनायके ने 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना को और मजबूत करने का आह्वान किया।

उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए राज्यपाल केटी परनायके ने विभिन्न राज्यों के स्थापना दिवस मनाने के महत्व पर बल देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन राष्ट्रीय एकता, सद्भाव और सद्भावना को बढ़ावा देते हैं। राज्यपाल ने भारत की विविधता में एकता को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के दृष्टिकोण की प्रशंसा करते हुए अपना संबोधन दिया।

भारत की समृद्ध विरासत के ऐतिहासिक योगदान का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने कहा, ‘‘राजस्थान की वीरता, देशभक्ति और सांस्कृतिक विरासत सभी को ज्ञात है।’’ राज्यपाल केटी परनायके ने अरुणाचल प्रदेश के विकास में राजस्थानी समुदाय के असाधारण योगदान को स्वीकार किया तथा अपनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और साझा करने के उनके प्रयासों की सराहना की।

इस कार्यक्रम में राजस्थान के प्रतिष्ठित घुमर नृत्य और धमाल लोक संगीत की मनमोहक प्रस्तुति सहित जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। 'राजस्थान दिवस' के उत्साह को बढ़ाते हुए, ओजू मिशन के बाल देखभाल संस्थान के बच्चों ने 'अरुणाचल हमारा' नामक नृत्य प्रस्तुत किया, जिससे दोनों राज्यों के बीच गहरे सांस्कृतिक संबंध और अधिक उजागर हुए।

राज्यपाल के विशेष अतिथि नाहरलागुन के ओजू वेलफेयर एसोसिएशन के छात्रों ने भी आज के कार्यक्रम में भाग लिया।

एकजुटता और एकता के प्रतीक के रूप में, राजस्थान के राज्यपाल हरिवाऊ बागड़े का राज्य दिवस संदेश पढ़ा गया। इससे दोनों क्षेत्रों के बीच संबंध और मजबूत होने की उम्मीद है।

कार्यक्रम का समापन राज्यपाल द्वारा आयोजित 'हाई टी' के साथ हुआ। जलपान कार्यक्रम में संस्कृतियों के आनंदपूर्ण आदान-प्रदान के दौरान अरुणाचल प्रदेश में रहने वाले राजस्थानी समुदाय ने दाल बाटी, चूरमा, घेवर और मूंग का हलवा सहित प्रामाणिक राजस्थानी व्यंजन परोसे। मेहमानों को स्वादिष्ट राजस्थानी भोजन का आनंद उठाकर राजस्थान की समृद्ध पाक विरासत का स्वाद चखने का मौका मिला।

हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी