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रांची, 29 मार्च (हि.स.)। नव संवत्सर का शुभारंभ 30 मार्च को वर्ष प्रतिपदा के साथ होगा। इस दिन को पौराणिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की थी। यही दिन भगवान राम के राज्याभिषेक का भी माना जाता है।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष चंद्रकांत रायपत एवं प्रांत मंत्री मिथिलेश्वर मिश्र ने शनिवार को नववर्ष एवं रामोत्सव पर शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि संपूर्ण सनातन समाज मंदिरों में पूजा अर्चना करें। अपने-अपने घरों में भगवा ध्वज लगायें, दीप जलाएं। उन्होंने बताया चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से चैत्र शुक्ल पूर्णिमा (श्री हनुमान जन्मोत्सव) तक विश्व हिंदू परिषद की ओर से श्रीरामोत्सव का आयोजन किया जाएगा। पूरे झारखंड प्रांत में लगभग दस हजार स्थानों पर जिला, प्रखंड, खंड एवं ग्राम समितियों की ओर से श्रीरामोत्सव के कार्यक्रम होंगे ,जिसमें श्री भगवान राम के जीवन प्रसंग, श्री रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण, सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी-स्वाभिमान और नागरिक कर्तव्य का विषय संतों एवं अन्य वक्ताओं की ओर से रखा जाएगा। अनेक स्थानों पर केंद्र, क्षेत्र एवं प्रांत के पदाधिकारी का भी मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे