Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
जबलपुर, 29 मार्च (हि.स.)। शासन की कृषि संबंधी योजनाओं के प्रचार-प्रसार व नवीनतम कृषि तकनीक के प्रति जागरूकता के लिये किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर में आयोजित दो दिवसीय संभागीय मिलेट्स फैस्टीवल सह कृषि मेला का शनिवार को भव्य शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक अशोक रोहाणी तथा विशिष्ठ अतिथि विधायक नीरज सिंह व संतोष बरकड़े थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जेएनकेव्हीव्ही के कुलगुरू डॉ. पीके मिश्रा ने किया। इस अवसर पर खरपतवार अनुसंधान के निदेशक डॉ. जेएस मिश्रा, भारत कृषक समाज के अध्यक्षत डॉ. केके अग्रवाल, कई वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक व बड़ी संख्या में किसान व संभाग के संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
कार्यक्रम में विधायक रोहाणी ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से यह मिलेट मेला का आयोजन किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में मिलेट को लेकर कई नवाचार किये गये हैं। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी किसानों की चिंता कर उनके कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। किसानों-युवाओं के लिए स्टार्टअप के लिए उन्होंने बधाई देते हुए कहा कि आने वाले समय में इसके बेहतर परिणाम आयेंगे। उन्होंने तकनीकी उपक्रम व जैविक खेती से कम लागत पर अधिक उत्पादन के संबंध में कहा कि किसानों ने अपनी मेहनत से प्रदेश को धन-धान्य से संपन्न किया।
विधायक नीरज सिंह ने कहा कि इस तरह के आयोजन से मल्टी नेशनल कंपनी व क्रेता-विक्रेता पास में आते हैं। किसानों को कृषि उत्पादन के लिए वैज्ञानिकों का मार्गदर्शन मिलता है। मिलेट की पारंपरिक खेती में भारत हमेशा अग्रणी रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने दैनिक जीवन में मिलेट के उपभोग को प्रोत्साहित किया है और 2023 को मिलेट मिशन घोषित किया है। आज के युग में कई बीमारियों से मुक्त होने के लिए मिलेट बहुत उपयोगी सिद्ध हुआ है। इसी कारण आज मिलेट कॉस्टली फूड की श्रेणी में आ गया है।
उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों के लिए वे सतत् प्रयास करेंगे। उन्होंने विशेष जोर देकर कहा कि खेती के कुछ अंश में मिलेट्स का उत्पादन अवश्यक करें। विधायक बरकड़े ने मेले के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस मेला का केन्द्र बिंदु किसान है भारत की आत्मा ग्रामीणों में और ग्रामीणों में निश्चित रूप से किसानों में होती है। भारत एक कृषि प्रधान देश है और इसमें कृषि की आपार संभावनाएं है। प्रधानमंत्री मोदी की संकल्पना है कि किसानों का सर्वांगीण विकास हो, इस संबंध में मध्यप्रदेश पीछे नहीं है। आज बहुत सी नीतियों से किसानों का सम्मान हुआ है, साथ ही सरकार की नीतियों से किसान अपनी भूमि का पोषण कर उसका उचित दोहन कर रहे है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में जैविक कृषि को प्रोत्साहित करने के लिए अच्छा वातावरण उपलब्ध किया जा रहा है। साथ ही कहा कि मेले में मिले मार्गदर्शन से किसान अपना जीवन बदलें। मेले में अतिथियों द्वारा कृषि उत्पादों से संबंधित स्टालों का निरीक्षण भी किया गया। वहीं लोक राग समिति के कलाकारों ने मेले को मेले का स्वरूप देने के लिये आकर्षक प्रस्तुतियां भी दी।
संयुक्त संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग ने मेले के स्वागत भाषण में मेले के उद्देश्य के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि मेले में 200 से अधिक स्टाल लगाए गये हैं। जिसमें पशुपालन, उद्यानिकी, मत्स्य पालन, वन विभाग, दुग्ध संघ, मंडी बोर्ड, बीज निगम, एपीईडीए, ऊर्जा विकास निगम, उर्वरक, बीज, कीटनाशक, एसएचजी एवं एफपीओ आदि विभाग भी अपनी सहभागिता सुनिश्चित हैं। उन्होंने बताया कि लघु धान्य फसलों को आमजनों की थाली तक पहुंचाने के लिए मेले में फ्रूड कोर्ट भी लगाया गया है। इसका उद्देश्य महिलाओं को अधिक से अधिक जागरूक करना है।
बेरी नेचुरल हेल्थ ड्रिंक के साथ मिलेट्स रहे आकर्षण का केन्द्र
नवीनतम कृषि तकनीक के प्रति जागरूकता के लिये किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय संभागीय मिलेट्स फैस्टीवल सह कृषि मेला में बेरी नेचुरल हेल्थ ड्रिंक मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा। मेले में फसल विधिकरण और तकनीकी खेती से कृषकों को लाभांवित करने के लिये कई प्रकार के स्टॉल लगाये गये हैं। ज्यादातर स्टॉल मिलेटस से संबंधित हैं, जिनसे परिचित होने के लिये बड़ी तादाद में लोग वहां पहुंच रहे हैं, लेकिन टीकमगढ़ जिला से मान्यता नेचुरल फूड प्रोसेसिंग प्रायवेट लिमिटेड माड़ूमर के देशी बेर से निर्मित बेरी नेचुरल हेल्थ एंड ड्रिंक्स अपने खास स्वाद के कारण मेले में आकर्षण का केन्द्र रहा।
बेरी नेचुरल हेल्थ एंड ड्रिंक्स के विक्रेता ने बताया कि यह केमिकल मुक्त जैविक पेय है जिसमें आयरन, विटामिन्स, फाईबर्स एवं एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर तथा शुगर फ्री भी है। उन्होंने कहा कि इस पेय से जहां तुरंत ऊर्जा तो मिलती ही है वहीं उदर विकार में फायदा, लू और गर्मी से राहत के साथ आयरन की कमी की पूर्ति कर प्रति रक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। साथ ही हार्ट को भी हेल्दी रखने में सहयोगी है।
संभागीय मिलेट्स फैस्टीवल सह कृषि मेला में छत्तीसगढ, महाराष्ट्र व प्रदेश से बड़ी तादाद में विक्रेता अपने कृषि उत्पादों व यंत्रों को प्रदर्शित कर रहे हैं वहीं क्रेता उन्हें अपने दैनिक जीवन में शामिल करने के लिये खरीद रहे हैं। क्रेता-विक्रेता के पारस्परिक संव्यवहार से बढ़ती आर्थिक क्रियाएं मेले को रोचक बना रही है। कुछ लोग जो लघु धान्य फसल मिलेट्स को कभी सस्ता अनाज समझकर उससे दूरी बनाये रखे थे, मिलेट्स मिशन से जागरूकता होने पर आज मिलेटस सस्ता अनाज से ऊपर उठकर महंगे अनाजों की श्रेणी में आने से लोगों का रूझान उन्हें खरीदने में दिखाई दिया। कहा तो यह भी जाता है कि अक्सर लोग उन्हीं वस्तुओं को ज्यादा खरीदते हैं जिनकी कीमत कम होती है लेकिन मेले में मिलेट्स को महंगे दामों में भी खरीदने का एक विचित्र बाजार आकर्षण का केन्द्र रहा।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर