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-मुख्य अतिथि ने 13 विद्वतजन एवं 16 कार्मिकों को किया सम्मानित
-हिन्दुस्तानी एकेडमी ने मनाया 98वां स्थापना दिवस
प्रयागराज, 29 मार्च (हि.स.)। हिन्दुस्तानी एकेडेमी प्रयागराज का 98वां स्थापना दिवस एवं विद्वत् सम्मान समारोह शनिवार को गांधी सभागार में किया गया। मुख्य अतिथि डॉ.हरिकेश सिंह पूर्व कुलपति, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा बिहार ने कहा हिन्दुस्तानी एकेडेमी उत्तर प्रदेश हिन्दुस्तान की भावना, उद््भावना और अभिव्यक्ति का मूल केन्द्र है। अब यह 98 वर्ष की हो गयी है। इसकी प्रासंगिकता को पुनर्जीवित करने हेतु इसके योगदान की यशगाथा को मुद्रित करके ही पूर्ण किया जा सकता है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ.हरिकेश सिंह ने 13 विद्वतजनों को सम्मानित किया। सम्मानित होने वाले विद्वानों में डॉ.उमेश प्रसाद सिंह एवं रामजी प्रसाद ‘भैरव’ चन्दौली, संतोष पटेरिया महोबा, प्रो.सुरेन्द्र विक्रम लखनऊ, डॉ.आलोक सक्सेना नई दिल्ली, विभूति नारायण चतुर्वेदी वाराणसी तथा प्रयागराज से डॉ.शारदा पाण्डेय, बसंत राजा, डॉ.कल्पना वर्मा, डॉ.संगीता राय, डॉ.ताहिरा परवीन, श्रीकांत शास्त्री, बांके बिहारी पाण्डेय को सम्मानित किया। तत्पश्चात एकेडेमी में कार्यरत 16 कार्मिकों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए एकेडेमी के सचिव देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि हिन्दुस्तानी एकेडेमी अपने 98वें वर्ष में प्रवेश कर रही है और शीघ्र ही शतक लगाने वाली है। इसकी स्थापना तत्कालीन शिक्षा मंत्री एवं साहित्यकाराें द्वारा हिन्दी के साथ साथ उसकी बोलियों के विकास एवं संवर्धन के लिए किया गया था। जो अपने उद्देश्यों को फलीभूत कर रही है। हिन्दुस्तानी शब्द एक समावेशी शब्द है। जो बहुत सारी भाषाओं, बोलियों को जोड़ती है। उनके संरक्षण के लिए ही हिन्दुस्तानी एकेडेमी की स्थापना हुई है। उन्होंने कहा कि एकेडेमी ने इस वर्ष युवाओं को जोड़ने का अभिनव प्रयास किया। जिसके अंतर्गत ‘महाकुंभ और तीर्थराज प्रयाग’ विषयक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं उसके संघटक महाविद्यालयों के लगभग 340 बच्चों ने पंजीकरण कराकर प्रतिभाग किया इसके विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार विवेक कुमार यादव को प्रमाण पत्र एवं 5000 की राशि, द्वितीय पुरस्कार नेहा को प्रमाण पत्र एवं 3000 तथा तृतीय पुरस्कार श्रुति केशरवानी को प्रमाण पत्र एवं 2000 की राशि प्रदान किया गया। 5 छात्रों को सांत्वना पुरस्कार के रूप में प्रमाण पत्र एवं 1000 रुपये की धनराशि प्रदान की गई।
इस अवसर पर प्रयाग संगीत समिति की शिक्षिकाओं तथा छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन एकेडेमी के कोषाध्यक्ष दुर्गेश कुमार सिंह एवं संचालन डॉ. आकांक्षा पाल ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित हओने वाले विद्वतजनों मे रामनरेश तिवारी ‘पिण्डीवासा’ डॉ. उषा मिश्रा, विनय दुबे, विशाल सिंह रिशु आदि शामिल रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र