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नई दिल्ली, 29 मार्च (हि.स.)। भारतीय सेपक टकरा टीम के मुख्य कोच हेमराज ने हाल ही में खेले गए सेपक टकरा विश्व कप 2025 में टीम के ऐतिहासिक प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की भूमिका पर बात की। इसी के साथ उन्होंने कहा कि हमारा अगला बड़ा लक्ष्य 2026 एशियाई खेलों में भारत के लिए पदक जीतना है।
बिहार के पटना में सेपक टकरा विश्व कप 2025 में भारतीय पुरुष रेगु टीम ने ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता। 20 से 25 मार्च तक पाटलिपुत्र इंडोर स्टेडियम में आयोजित प्रतियोगिता में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जापान को 2-1 से हराया। प्रतियोगिता में भारतीय दल ने एक स्वर्ण, एक रजत और पांच कांस्य सहित कुल सात पदक जीते। पुरुषों की रेगु टीम ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि महिलाओं की युगल टीम ने रजत पदक जीता। पुरुषों की युगल टीम, महिलाओं की रेगु टीम, मिश्रित क्वाड टीम, महिलाओं की क्वाड टीम और पुरुषों की क्वाड टीम ने कांस्य पदक जीते।
भारतीय सेपक टकरा टीम के मुख्य कोच हेमराज ने साई मीडिया से बातचीत में कहा कि खिलाड़ियों ने 8 से 10 वर्षों तक बवाना (दिल्ली), इम्फाल, दीमापुर और बरेली में साई प्रशिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षण लिया और अपने कौशल को निखारा है। टीम के अधिकांश खिलाड़ी साई से निकले हैं, जिन्हें निरंतर सहायता मिलती रही है। विश्व कप की तैयारी के लिए साई ने थाईलैंड में डेढ़ महीने का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया, जहां इन खिलाड़ियों ने कड़ी मेहनत की।
भविष्य की चुनौतियों को देखते हुए कोच ने कहा कि हमारा अगला बड़ा लक्ष्य 2026 एशियाई खेलों में भारत के लिए पदक जीतना है। उससे पहले हमारे पास मई में मलेशिया में पुरुषों का एशिया कप और जुलाई में बैंकॉक (थाईलैंड) में विश्व चैंपियनशिप है। हमारा लक्ष्य इन सभी आगामी आयोजनों में अपनी निरंतरता बनाए रखना है।
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हिन्दुस्थान समाचार / वीरेन्द्र सिंह