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इस्तांबुल, 27 मार्च (हि.स.)। तुर्किये सरकार ने इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामओग्लू की गिरफ्तारी के बाद देशभर में फैले विरोध प्रदर्शनों पर अंतरराष्ट्रीय आलोचना को “पूर्वाग्रहपूर्ण” बताते हुए खारिज कर दिया है। इस दौरान 1,879 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।
इमामओग्लू, जो राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन के प्रमुख राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी माने जाते हैं, को भ्रष्टाचार के आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद तुर्किये में एक दशक के सबसे बड़े विरोध प्रदर्शनों की लहर फैल गई।
मुख्य विपक्षी दल सीएचपी (रिपब्लिकन पीपल्स पार्टी), अन्य विपक्षी दलों, मानवाधिकार संगठनों और पश्चिमी देशों ने इमामओग्लू की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया है। उनका कहना है कि यह एर्दोआन को आगामी चुनावों में चुनौती देने वाले संभावित उम्मीदवार को हटाने का प्रयास है।
हालांकि, सरकार का कहना है कि न्यायपालिका स्वतंत्र है और किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं किया गया है। न्याय मंत्री यिलमाज टुंच ने कहा कि गंभीर आरोपों और सबूत छिपाए जाने की आशंका को देखते हुए गिरफ्तारी जरूरी थी।
आंतरिक मंत्री अली येरलिकाया ने बताया कि 260 लोगों को जेल भेजा गया है, जबकि 489 को रिहा कर दिया गया और शेष मामलों की जांच जारी है। विरोध के दौरान 150 पुलिसकर्मी भी घायल हुए।
मानवाधिकार संगठनों ने प्रदर्शनकारियों पर अत्यधिक बल प्रयोग की जांच की मांग की है और शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति देने की अपील की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय