एआई और एमएल तकनीक से स्मार्ट सिटी प्लानिंग व शहरी नियोजन एवं पब्लिक यूटिलिटी सिस्टम होगा मजबूत: केडीए उपाध्यक्ष
-केडीए एवं पीएसआईटी के बीच एमओयू साइन
एमओयू सिग्नेचर करते हुए केडीए उपाध्यक्ष व अन्य


कानपुर, 27मार्च (हि.स.)। प्राणवीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (पीएसआईटी) और कानपुर विकास प्राधिकरण के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता पर हस्ताक्षर किए गये। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य एआई और एमएल तकनीक के उपयोग से कानपुर शहर के शहरी नियोजन, बुनियादी ढांचे के प्रबंधन और नागरिक सेवाओं को और अधिक स्मार्ट और प्रभावी बनाना है। यह जानकारी गुरूवार को केडीए के उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्बयाल ने दी।

केडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि इस साझेदारी से यातायात नियंत्रण, सार्वजनिक सेवाओं की दक्षता, स्मार्ट सिटी प्लानिंग और आपदा प्रबंधन को अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। इसके अलावा, सेंसर-आधारित इंफ्रास्ट्रक्चर मॉनिटरिंग और डेटा एनालिटिक्स के माध्यम से भविष्य की चुनौतियों का पूर्वानुमान लगाया जाएगा, जिससे कानपुर जनपद के आधारभूत संरचना को तकनीकी रूप से सशक्त बनाया जा सकेगा। एआई और एमएल जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके शहर के बुनियादी ढांचे और नागरिक सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाना हमारा लक्ष्य है। शहरी विकास तेज गति से आगे बढ़ेगा और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। एआई और एमएल तकनीकों का उपयोग कर भविष्य की जनसंख्या वृद्धि का अनुमान, स्मार्ट सिटी प्लानिंग, यातायात प्रबंधन और पब्लिक यूटिलिटी सिस्टम को अधिक प्रभावी बनाया जाएगा।

पीएसआईटी के ग्रुप डायरेक्टर डॉ. मनमोहन शुक्ला ने कहा, संस्थान का प्रयास है कि एआई और एमएल तकनीक के प्रयोग से हम अपने शहर के विकास में अहम भूमिका निभा सकें। यह एमओयू तकनीकी उन्नति से सुसज्जित कानपुर शहर को बेहतर शहर बनाने की दिशा में एक मजबूत पहल है। इस साझेदारी के माध्यम से हम न केवल शहरी नियोजन, यातायात प्रबंधन और नागरिक सेवाओं को डिजिटल रूप से उन्नत करेंगे, बल्कि सेंसर-आधारित इंफ्रास्ट्रक्चर मॉनिटरिंग और आपदा प्रबंधन जैसी सेवाओं को भी अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाएंगे।

पीएसआईटी के चेयरमैन प्रणवीर सिंह ने कहा, पीएसआईटी हमेशा से तकनीकी नवाचार और उद्योग-अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। यह न केवल कानपुर के स्मार्ट सिटी मिशन को बल देगा, बल्कि छात्रों और शोधकर्ताओं को नवीनतम तकनीकों पर काम करने और व्यावहारिक समाधान विकसित करने का भी अवसर प्रदान करेगा। हम इस पहल का हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रहे हैं और आशा करते हैं कि यह साझेदारी शहर के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।

इस अवसर पर केडीए सचिव अभय कुमार पाण्डेय, निदेशक, स्टार्टअप एंड इन्क्यूबेशन, प्रो. रघुराज सिंह सूर्यवंशी, पीएसआईटी जनरल मैनेजर (प्रशासनिक) पंकज श्रीवास्तव और केडीए के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद