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चेन्नई, 27 मार्च (हि.स.)। त्रिभाषा नीति और लाेकसभा परिसीमन को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच बयानबाजी से राजनीतिक बहस तेज हो गई। योगी आदित्यनाथ के बयान काे लेकर मुख्यमंत्री स्टालिन ने
भाजपा पर कड़े प्रहार किये। स्टालिन ने आदित्यनाथ और भाजपा पर पाखंड करने तथा राजनीतिक ब्लैक कॉमेडी करने का आरोप लगाया।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने एमके स्टालिन के कार्यों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जब उन्हें लगता है कि उनका वोट बैंक खतरे में है, तो वे विभाजन पैदा करने का प्रयास करते हैं। इसके जवाब में गुरुवार काे स्टालिन ने हिंदी को थोपने पर तमिलनाडु के विरोध और समान संसदीय सीट परिसीमन की मांग के समर्थन में कहा कि उनके रुख के प्रति बढ़ता समर्थन भाजपा को परेशान कर रहा है।
डीएमके नेता स्टालिन ने अपने एक्स पर एक पाेस्ट कर कहा कि तमिलनाडु की न्यायपूर्ण और दृढ़ आवाज़ पूरे देश में गूंज रही है और भाजपा स्पष्ट रूप से उत्तेजित है। बस उनके नेताओं के साक्षात्कार देखें। उन्होंने कहा, अब, योगी आदित्यनाथ हमें नफ़रत पर उपदेश देना चाहते हैं? कृपया ऐसा न करें। यह विडंबना नहीं है- यह सबसे निराशाजनक राजनीतिक ब्लैक कॉमेडी है। हम किसी भी भाषा का विरोध नहीं करते हैं। हम थोपे जाने और अंधराष्ट्रवाद का विरोध करते हैं। यह वोट के लिए दंगा करने की राजनीति नहीं है। यह सम्मान और न्याय के लिए संघर्ष है।
इससे पहले याेगी आदित्यनाथ ने डीएमके नेता स्टालिन पर भाषा और क्षेत्र के आधार पर विभाजन को बढ़ावा देने और राष्ट्र को कमजोर करने का आरोप लगाया था।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ आर बी चौधरी