मियामी ओपन: ज़्वेरेव, फ़्रिट्ज़ और डी मिनौर चौथे दौर में पहुंचे, फ़ोन्सेका का सफर खत्म
मियामी, 25 मार्च (हि.स.)। शीर्ष वरीयता प्राप्त जर्मनी के अलेक्जेंडर ज़्वेरेव ने धीमी शुरुआत के बावजूद दमदार वापसी करते हुए सोमवार को (स्थानीय समयानुसार) ऑस्ट्रेलिया के जॉर्डन थॉम्पसन को 7-5, 6-4 से हराकर मियामी ओपन के चौथे दौर में जगह बना ली। हार्ड
मियामी ओपन में एक्शन में अलेक्जेंडर ज़्वेरेव


मियामी, 25 मार्च (हि.स.)। शीर्ष वरीयता प्राप्त जर्मनी के अलेक्जेंडर ज़्वेरेव ने धीमी शुरुआत के बावजूद दमदार वापसी करते हुए सोमवार को (स्थानीय समयानुसार) ऑस्ट्रेलिया के जॉर्डन थॉम्पसन को 7-5, 6-4 से हराकर मियामी ओपन के चौथे दौर में जगह बना ली।

हार्ड रॉक स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में ज़्वेरेव पहले सेट में 1-4 से पिछड़ रहे थे, लेकिन उन्होंने शानदार लय पकड़ी और अगले नौ में से आठ गेम जीतकर मैच अपने नाम कर लिया। इंडियन वेल्स में शुरुआती दौर में बाहर होने के बाद मियामी में ज़्वेरेव को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी, खासकर कार्लोस अल्कराज के टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद। सात बार के मास्टर्स 1000 चैंपियन ज़्वेरेव ने कहा, जॉर्डन ने मेरे लिए मुश्किलें खड़ी कीं। वह एक बेहतरीन खिलाड़ी है और जब आप लय में होते हैं, तो वह इसे तोड़ने में माहिर है। लेकिन 1-4 से पीछे होने के बाद मैंने जिस तरह वापसी की, उससे मैं खुश हूं।

फ्रिट्ज़ की दमदार जीत

तीसरी वरीयता प्राप्त अमेरिकी खिलाड़ी टेलर फ्रिट्ज़ ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए कनाडा के डेनिस शापोवालोव को 7-5, 6-3 से हराकर अगले दौर में जगह बना ली। पहले सेट में 5-2 की बढ़त गंवाने के बावजूद, फ्रिट्ज़ ने अपने दमदार सर्व के दम पर मैच पर पकड़ बना ली और आसानी से जीत दर्ज की।

डी मिनौर ने फ़ोन्सेका के सपने को तोड़ा

ऑस्ट्रेलिया के एलेक्स डी मिनौर ने ब्राजील के 18 वर्षीय युवा जोआओ फ़ोन्सेका की चुनौती समाप्त करते हुए 5-7, 7-5, 6-3 से रोमांचक जीत दर्ज की।

फ़ोन्सेका ने आक्रामक खेल दिखाते हुए डी मिनौर को खूब चुनौती दी, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने धैर्य बनाए रखा और अंतिम सात में से छह गेम जीतकर मैच अपने नाम किया। इस दौरान दर्शकों की इतनी जबरदस्त मौजूदगी थी कि रेफरी को शांति की अपील पुर्तगाली भाषा में करनी पड़ी। जीत के बाद डी मिनौर ने कहा, मैं मानसिक रूप से इस मैच के लिए पूरी तरह तैयार था। मुझे पता था कि मैं सिर्फ एक बेहतरीन खिलाड़ी से नहीं, बल्कि उसके जबरदस्त समर्थकों से भी मुकाबला करने जा रहा हूं, लेकिन मेरी सबसे बड़ी ताकत मेरी मानसिक दृढ़ता है और आज इसी ने मुझे जीत दिलाई। अब देखना होगा कि चौथे दौर में ये खिलाड़ी अपनी लय को बरकरार रख पाते हैं या नहीं।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे