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जम्मू, 24 मार्च (हि.स.)। विश्व वन दिवस के अवसर पर भारतीय सेना ने वनों और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर देने के लिए पुंछ के पठानतीर माध्यमिक विद्यालय के 80 छात्रों और 16 शिक्षकों के लिए जागरूकता व्याख्यान का आयोजन किया। सत्र के दौरान सेना के अधिकारियों ने छात्रों को वनों की जीवन को बनाए रखने, ऑक्सीजन का उत्पादन करने, मिट्टी के कटाव को रोकने और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में शिक्षित किया। चर्चाओं में वनों की कटाई, जलवायु परिवर्तन के हानिकारक प्रभावों और स्थिरता में योगदान करने के तरीकों पर भी प्रकाश डाला गया।
छात्रों को सक्रिय कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित किया गया जैसे कि वृक्षारोपण अभियान में भाग लेना, प्लास्टिक का उपयोग कम करना और अपने समुदायों के भीतर पर्यावरण जागरूकता फैलाना। इसके बाद एक इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र हुआ जिसमें छात्रों ने संरक्षण और वन्यजीव सुरक्षा पर व्यावहारिक प्रश्नों के साथ उत्सुकता से भाग लिया। इस कार्यक्रम में बोलते हुए भारतीय सेना के एक प्रतिनिधि ने पर्यावरण संरक्षण में युवाओं की भागीदारी के महत्व पर जोर देते हुए कहा वन हमारे ग्रह के फेफड़े हैं, और उनकी रक्षा करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। युवा पीढ़ी को उनके महत्व को पहचानना चाहिए और संरक्षण प्रयासों की दिशा में सक्रिय रूप से काम करना चाहिए।
इस पहल की स्कूल अधिकारियों और छात्रों ने बहुत सराहना की जिन्होंने जागरूकता फैलाने के प्रयासों के लिए राष्ट्रीय राइफल्स इकाई का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम ने न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक जुड़ाव के प्रति भी भारतीय सेना की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा