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मुंबई. 23 मार्च (हि.सं.)। मुंबई में बारिश के दौरान बांढ़ जैसी स्थिति निर्माण न हो इसलिए शहर के नालियों और नालों की सफाई मंगलवार 25 मार्च से शुरू की जाएगी। इस काम पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाएगी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) प्रणाली का उपयोग किया जाएगा। मुंबई मनपा प्रशासन ने चयनित सभी ठेकेदारों को कार्य आदेश जारी कर दिए हैं।
मुंबई महानगरपालिका ने छोटे और बड़े नालों की सफाई के लिए आमंत्रित निविदाओं की जांच पूरी कर ली है। मुंबई शहर और उपनगरों के लिए कुल 23 ठेकेदारों को कार्य आदेश जारी किए गए हैं। कचरा हटाने का काम मंगलवार, 25 मार्च 2025 को शुरू होगा। मीठी नदी की सफाई के लिए कार्य आदेश अगले सप्ताह जारी किया जाएगा और कचरा निकालने की प्रक्रिया तुरंत शुरू हो जाएगी। मनपा प्रशासन ने नालों से कचरा निकालने के काम के लिए फोटो के साथ 30 सेकंड का वीडियो लेना अनिवार्य किया है। छोटे नालों से कीचड़ निकालने से पहले और बाद में सीसीटीवी कैमरे से फिल्मांकन करना अनिवार्य कर दिया गया है। इन सभी रिकॉर्डिंग या वीडियो का विश्लेषण कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रणाली के आधार पर किया जाएगा। इससे नालों से कचरा निकालने के काम में और अधिक पारदर्शिता आएगी। छोटे नालों की सफाई के लिए 19 मार्च 2025 को कार्य आदेश जारी कर दिए गए हैं। बड़े नालों की सफाई के लिए कार्य आदेश 22 मार्च 2025 को जारी किए गए हैं।
मुंबई में हर साल मानसून से पहले मनपा के स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज विभाग के माध्यम से बड़े नालों से कीचड़ निकाला जाता है, जबकि छोटे नालों की सफाई की जिम्मेदारी प्रभागीय कार्यालयों (वार्ड) की होती है। नालियों की सफाई से बरसात के मौसम में जल निकासी में तेजी आती है। हर साल नालियों से कितना कचरा निकालने की आवश्यकता है, इसका अध्ययन करके लक्ष्य निर्धारित किया जाता है। हर साल नाला सफाई में तीन चरणों में की जाती है। मानसून से पहले कचरा निकाला जाता है। इस वर्ष अप्रैल और मई 2025 के दो महीनों में नालों में मौजूद कुल कचरे का 80 प्रतिशत हिस्सा निकाला जाएगा, जबकि 10 प्रतिशत मानसून के मौसम में और शेष 10 प्रतिशत मानसून के मौसम के बाद हटाने की योजना है। मनपा आयुक्त भूषण गगरानी ने निर्देश दिए हैं कि नालों से कचरा निकालने का काम निर्धारित समय में पूरा किया जाए, काम में तेजी लाने के लिए जहां आवश्यक हो वहां अतिरिक्त मानव शक्ति और मशीनरी तैनात की जाए। कार्य की निगरानी व कचरा निकालने के कार्य में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए इस वर्ष अनुबंधों में सख्त नियम व शर्तें शामिल की गई हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / वी कुमार