आरटीई सीट्स पर एडमिशन के लिए शिक्षा विभाग ने जारी किया शेड्यूल
बीकानेर, 22 मार्च (हि.स.)। राज्य की निजी स्कूलों में बच्चों के फ्री एडमिशन के लिए 25 मार्च से ऑनलाइन आवेदन शुरू हो जाएंगे। आरटीई सीट्स पर एडमिशन के लिए शिक्षा विभाग ने शेड्यूल जारी कर दिया है। आवेदन के बाद नाै अप्रैल को राइट टू एजुकेशन सत्र 2025-26
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बीकानेर, 22 मार्च (हि.स.)। राज्य की निजी स्कूलों में बच्चों के फ्री एडमिशन के लिए 25 मार्च से ऑनलाइन आवेदन शुरू हो जाएंगे। आरटीई सीट्स पर एडमिशन के लिए शिक्षा विभाग ने शेड्यूल जारी कर दिया है।

आवेदन के बाद नाै अप्रैल को राइट टू एजुकेशन सत्र 2025-26 की लॉटरी निकाली जाएगी। इसके आधार पर स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाएगा। इसके बाद डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन होगा।

प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक ने शनिवार को इसका शेड्यूल जारी किया। उन्हाेंने बताया कि प्रदेश के सभी निजी स्कूल्स को 24 मार्च तक अपनी प्रोफाइल अपडेट करनी होगी। इसके बाद 25 मार्च से सात अप्रैल तक पेरेंट्स अपने बच्चों को एडमिशन दिलाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। ये काम किसी भी ई-मित्र की सहायता से या फिर अपने स्तर पर कर सकेंगे। नाै अप्रैल को एनआईसी की ओर से लॉटरी जारी की जाएगी।

लॉटरी निकलने के बाद नाै से 15 अप्रैल तक अभिभावकों को संबंधित स्कूल में डॉक्युमेंट जमा करवाने होंगे। इसी अवधि में स्कूल चयन के क्रम को बदलवाया जा सकेगा। निजी स्कूल आवेदन पत्रों के साथ उपलब्ध कराए गए कागजात की नाै अप्रैल से 21 अप्रैल तक छानबीन करेंगे।

22 अप्रैल को एनआईसी इन सभी आवेदनों को ऑटो वेरिफाई करेगा। पेरेंट्स की ओर से पूर्व में दिए गए दस्तावेजों में भी नाै अप्रैल से 24 अप्रैल तक परिवर्तन और सुधार करवाया जा सकता है। 28 अप्रैल तक संबंधित प्राइवेट स्कूल सभी आवेदन पत्रों की फिर से जांच करेंगे। पांच मई तक सीबीईओ उन आवेदन पत्रों की जांच कर सकेंगे, जिन्हें स्कूल ने रिजेक्ट कर दिया है।

आवेदन करने के बाद नाै मई को संबंधित स्कूल में उपलब्ध सीट्स के आधार पर चयन की पहली लिस्ट एनआईसी की ओर से जारी की जाएगी। इसके बाद दूसरी लिस्ट 16 जुलाई से पांच अगस्त तक जारी की जाएगी। 31 अगस्त तक सभी विद्यार्थियों का एडमिशन हो जाएगा।

उन्हाेंने बताया कि डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन में निजी स्कूल संचालक दस्तावेज पर केवल आपत्ति कर सकेंगे। डॉक्युमेंट को रिजेक्ट नहीं कर सकेंगे। स्कूल की ओर से आपत्ति के बाद मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (सीबीईओ) देखेंगे कि स्कूल की तरफ से लगाई गई आपत्ति सही है या गलत।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित