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रामगढ़, 22 मार्च (हि.स.)। झारखंड की बेहद महत्वाकांक्षी कोतरे बसंतपुर पचमो परियोजना में खनन कार्य शुरू होगा। केबीपीएमएल कंपनी ओवी हटाने और कोयला उत्खनन करेगी। यह कार्य उस जमीन से शुरू होगा जिसका स्टेटमेंट छह तैयार हो गया है। वहां मुआवजे और नौकरी की प्रक्रिया लगभग पूरी है। इस बात का फैसला शनिवार को समाहरणालय में डीसी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में हुआ।
बैठक में हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल, गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी, मांडू विधायक निर्मल महतो, एसपी अजय कुमार, केबीपीएमएल कंपनी के प्रतिनिधि और परियोजना से प्रभावित ग्रामीण शामिल थे। जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों, केबीपीएमएल कंपनी के पदाधिकारी ने अपने-अपने पक्ष रखे। डीसी चंदन कुमार ने स्पष्ट किया कि लोगों की समस्या दूर करने के लिए अधिकारी प्रतिबद्ध हैं। सबसे पहले उस जमीन से परियोजना शुरू की जाएगी, जहां की सारी समस्याओं का समाधान किया जा चुका है। बैठक में जितनी भी बातें आई हैं, उन्हें सूचीबद्ध कर लिया गया है। एक तरफ समस्या का समाधान भी होता रहेगा, दूसरी तरफ काम भी चलता रहेगा। जिस जमीन पर ग्रामीणों का दावा है उसका स्टेटमेंट सिक्स तैयार होने में लगभग चार महीने और लगने की संभावना है। ऐसी स्थिति में परियोजना में माइनिंग बंद रखने की बात बेमानी होगी।
बैठक में सांसद मनीष जायसवाल और चंद्र प्रकाश चौधरी ने ग्रामीणों के साथ समन्वय स्थापित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि परियोजना विकास का प्रारूप है। लेकिन ग्रामीणों की समस्या की अनदेखी सही नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर परियोजना चिन्हित है, वहीं पर ग्रामीणों के साथ वार्ता हो और उनकी समस्या का समाधान ऑन द स्पॉट हो।
डीसी चंदन कुमार ने भी उन बिंदुओं पर चर्चा की जो परियोजना चालू करने में बाधक साबित हो रहे हैं। इस दौरान भूअर्जन, नौकरी सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर सांसदों, विधायक, कोतरे बसंतपुर पंचमो कोल परियोजना के पदाधिकारियों और ग्राम के निवासियों के साथ चर्चा की गई। मौके पर ग्रामीणों ने अपने पक्ष को सभी के समक्ष रखा । इस पर उपायुक्त और परियोजना के अधिकारियों ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की गयी।
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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश