रीएजेंट खरीद घोटाले में ईओडब्ल्यू की विशेष अदालत ने पांचों आरोपितों को सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा
रायपुर, 22 मार्च (हि.स.)। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कार्पोरेशन (सीजीएमएससी) में करोड़ों के रीएजेंट खरीद घोटाले में ईओडब्लू की विशेष अदालत ने पांचों आरोपितों को आज सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। ईओडब्ल्यू ने दो आईएएस समेत सीजीएमएससी और हेल्थ
रीएजेंट खरीद घोटाले के आरोपित


रायपुर, 22 मार्च (हि.स.)। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कार्पोरेशन (सीजीएमएससी) में करोड़ों के रीएजेंट खरीद घोटाले में ईओडब्लू की विशेष अदालत ने पांचों आरोपितों को आज सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। ईओडब्ल्यू ने दो आईएएस समेत सीजीएमएससी और हेल्थ विभाग के दर्जन भर अधिकारियों को तलब कर लंबी पूछताछ करने के बाद की पांचों लोगों को शुक्रवार देर रात गिरफ्तार किया था।

ज्ञात हो कि सीजीएमएससी घोटाला मामले में ईओडब्लू ने शनिवार बड़ी कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य विभाग के पांच अधिकारियों को न्यायाधीश अतुल श्रीवास्तव की कोर्ट में कोर्ट में पेश किया। इन पांच अधिकारियों में सीजीएमएससी के तत्कालीन महाप्रबंधक बसंत कौशिक के साथ डॉ अनिल परसाई, शिरौंद्र रावटिया, कमलकांत पाटनवार और दीपक बांधे शामिल है। ईओडब्ल्यू ने कोर्ट से 15 दिनों की रिमांड का आवेदन दिया था। वहीं, कोर्ट ने 28 मार्च तक सभी आरोपितों को पुलिस रिमांड पर सौंप दिया है।

सीबीआई से जांच कराने की मांग

वहीं आज कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता ने प्रेस क्लब रायपुर में सीजीएमएससी घोटाले मामले में राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए इस केस की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मीडिया में लगातार खबरें छपने के बाद राज्य की भाजपा सरकार ने दबाव में आकर रिएजेंट और दवा सप्लाई घोटाले की जांच की घोषणा की थी। आरोप लगाया कि इस मामले की लीपापोती करने ईओडब्ल्यू से जांच कराई जा रही है, जबकि यह केंद्रीय पैसे में घोटाला है। इसलिए इसकी जांच सीबीआई से करानी चाहिये। उन्होंने कहा कि इस घोटाले में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल भी शामिल हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा