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(पहले पैरा में परिवर्तन के साथ पुनः जारी)
कोलकाता, 17 मार्च (हि. स.)। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को हुगली ज़िले के जंगीपाड़ा में फुरफुरा शरीफ के दौरे पर हैं। इसे लेकर विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी ने उन पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपना वोट बैंक मजबूत करने के लिए हर विधानसभा चुनाव से पहले फुरफुरा शरीफ जाती हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री को पांच साल तक उनकी याद नहीं आती।
26 नवंबर को होने वाले चुनाव की रणनीति तय करने के लिए शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को दिल्ली में होने वाली भाजपा की बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली रवाना होने से पहले दमदम हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हर बार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री वोट बैंक मजबूत करने के लिए फुरफुरा शरीफ जाती हैं। वह 2016 के चुनाव से पहले भी गई थीं। बीच में पांच साल तक वह फुरफुरा शरीफ को भूल गई थीं। वहां के अल्पसंख्यक लोगों को भूल गई थीं।
तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए विपक्षी नेता ने कहा कि पश्चिम बंगाल के हिंदू मतदाता, जो तृणमूल कांग्रेस को वोट देते हैं, आज टीवी पर नजर रखेंगे। हमने जो कहा वह साबित होगा। मुख्यमंत्री ने विकास के नाम पर फुरफुरा शरीफ के लोगों को धोखा दिया है, भले ही वह अल्पसंख्यक वोटों के हित में चुनाव से पहले फुरफुरा गई थीं। फुरफुरा शरीफ जाकर देखने पर आपको समझ में आ जाएगा कि वहां कितना विकास हुआ है! असल में कुछ भी नहीं हुआ है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को फुरफुरा शरीफ पहुंची। फुरफुरा के पीरजादाओं के साथ एक निजी बैठक के अलावा वह सरकार द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में भी भाग लेंगी। सूत्रों के अनुसार, इस यात्रा के दौरान ममता फुरफुरा शरीफ के विकास और सरकारी धन के उचित उपयोग पर चर्चा कर सकती हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / गंगा / संतोष मधुप
हिन्दुस्थान समाचार / गंगा