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नई दिल्ली, 16 मार्च (हि.स.)। बाहरी-उत्तरी जिले के नरेला इलाके में एक आवारा सांड के हमले में 54 वर्षीय फल विक्रेता की मौत हो गई। पुलिस ने मृतक की पहचान सनाउल्लाह के रूप में की है। हादसे के बाद उसे गंभीर हालत में नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आवार सांड के हमले में सनाउल्लाह के सिर में गंभीर चोट आई थी। जिससे उनकी मौत हो गई। वहीं, सनाउल्लाह की मौत के बाद परिवार में मातम का माहौल है। वह वह फल की रेहड़ी लगाकर अपने परिवार का गुजर-बसर करते थे। उनकी मौत के बाद परिवार पर आर्थिक के आन पड़ा है।
पुलिस के मुताबिक सनाउल्लाह अपने परिवार के साथ नरेला इलाके में ही रहते थे। इनके परिवार में पत्नी, चार बेटियां और दो बेटे हैं। वह इलाके में फल की रेहड़ी लगाते थे। पुलिस को मृतक के भाई खुर्शीद अनवर ने बताया कि जब शनिवार की शाम करीब चार बजे पॉकेट 13 के पास अपना ठेला ले जा रहे थे, उस दौरान वहां से कुछ आवारा मवेशी गुजर रहे थे। उन्हीं में से एक आवारा सांड ने अचानक सनाउल्लाह पर हमला कर दिया। वह हवा में उछले और सिर के बल सड़क पर गिरे। उनके सिर पर गंभीर चोट लगी और खून बहने लगा। स्थानीय लोगों ने वहां से आवारा मवेशियों को भगाया और सनाउल्लाह को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं, घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में भेज दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं, स्थानीय लोगों ने इलाके में घूम रहे आवारा मवेशियों पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि स्कूल आने-जाने वाले बच्चों को इनसे सबसे ज्यादा खतरा रहता है। दिन पर दिन इनकी तादात बढ़ती जा रही है। गर्मियों में आवारा सांड और ज्यादा घातक हो जाते हैं। पहले भी कई लोगों पर हमला कर चुके हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी