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बलरामपुर, 15 मार्च (हि.स.)। रामानुजगंज को अंबिकापुर से जोड़ने वाली एनएच 343 अपने बदहाली की आंसू रो रही है। दिन प्रतिदिन यह मार्ग बद से बदतर होता जा रहा है। रामानुजगंज से बलरामपुर सड़क की स्थिति दयनीय हो गई है। बाइक से यह सफर और भी कठिन साबित होने लगा है। मात्र तीस किलोमीटर की सफर तय करने में करीब 1.5 घंटे लग जाते है।
एनएच 343 नवनिर्माण में अभी काफी समय लगना है, रोड में भारी भरकम वाहन चलने के कारण बड़े-बड़े गढ्ढे बन गए है। जिससे कई लोगों ने तो जान तक गवां दिए है। कार और बाइक के कलपुर्जे गढ्ढों की भेंट चढ़ने के कारण खराब हो रहे है। लंबे समय से क्षेत्र वासियों को इस जर्जर सड़क से छुटकारा नहीं मिल रहा है।
फॉरेस्ट विभाग के डीएफओ अशोक तिवारी ने बताया कि एनएच 343 नवनिर्माण के लिए फर्स्ट स्टेज की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। जिसके मद्देनजर रेवेन्यू विभाग में लगे पेड़ों की कटाई शुरू हो गई है। सेकंड स्टेज में फॉरेस्ट विभाग में जितने पेड़ लगे हुए है उनकी कटाई शुरू होगी। जिसके बाद एनएच निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
एनएच 343 नवनिर्माण में अभी कई वर्ष लग सकते है। इस बीच रामानुजगंज और बलरामपुर के बीच बने गढ्ढों का सुध नहीं लिया गया तो, गढ्ढों का आकार और गहराई लगातार बढ़ता चला जाएगा। फिलहाल राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी इसे भरवाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहें हैं। जिससे आए दिन दुर्घटना की संभावना रहती है।
हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पाण्डेय