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कोलकाता, 14 मार्च (हि. स.)। आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज में बलात्कार और हत्या की शिकार महिला डॉक्टर के पिता ने आरोप लगाया है कि घटना के सात महीने बाद भी उन्हें उनकी बेटी का मृत्यु प्रमाणपत्र नहीं मिला है। परिजनों का कहना है कि वे महीनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य भवन, अस्पताल प्रशासन और कोलकाता नगर निगम के अधिकारी सहयोग नहीं कर रहे हैं।
पीड़िता के पिता ने कहा कि हम जहां भी जाते हैं, अधिकारी नियमों का बहाना बनाकर टाल देते हैं। हमें लगातार परेशान किया जा रहा है।
31 साल की डॉक्टर की नौ अगस्त 2024 को ड्यूटी के दौरान आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज में बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था।
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि अगस्त को तृणमूल नेताओं और कोलकाता पुलिस ने गुपचुप तरीके से 'अभया' (मीडिया द्वारा दिया गया नाम) का अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन उसके माता-पिता को अब तक मृत्यु प्रमाणपत्र नहीं मिला है। वे लगातार दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ममता बनर्जी और कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम से अपील की कि पीड़िता के परिजनों को और परेशान न किया जाए और जल्द से जल्द मृत्यु प्रमाणपत्र दिया जाए।
शुभेंदु अधिकारी ने इस देरी की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझकर देरी कर रही है, ताकि सच छिपाया जा सके। सीबीआई को इस मामले की जांच करनी चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर