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-17 मार्च को जिलाधिकारी हरिद्वार का घेराव
हरिद्वार, 13 मार्च (हि.स.)। मधुमक्खी पालक किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) क्रांति 17 मार्च को जिलाधिकारी हरिद्वार का घेराव करेगी और अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत करेगी।
गुरुवार को भाकियू क्रांति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो किसान जेल भरो आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेंगे।
पीरपुरा स्थित शहद कंपनी के बाहर चल रहे धरना स्थल पर आयोजित पत्रकार वार्ता में भाकियू क्रांति के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास सैनी ने आरोप लगाया कि एपीस शहद कंपनी शासन प्रशासन की नाक के नीचे देवभूमि उत्तराखंड हरिद्वार जिले को कलंकित करने का काम कर रही है। कंपनी द्वारा देश की भोली भाली जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। शहद के नाम पर लोगों को जहर खिलाने का काम कर रही है तथा किसानों द्वारा तैयार किया जा रहे शहद को न खरीद कर किसानों का शोषण कर रही है।
उन्होंने कहा कि किसान आत्मदाह करने को मजबूर है। तीन दिन से शांतिपूर्वक चल रहे धरने को शासन-प्रशासन द्वारा सांठ गांठ से हटवाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा अपने सम्मान व अपने अधिकारों को बचाने के लिए कंपनी के मुख्य गेट पर ताला लगाया गया था, जो पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई करते हुए ताला कटवा दिया।
उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन क्रांति और मधुमक्खी पालक आरपार की लड़ाई लड़ेगा। उन्होंने कहा कि फैक्ट्री को संरक्षण देने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 17 मार्च से पहले किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होता, तो वह जिलाधिकारी का घेराव कर विरोध दर्ज कराएंगे और समस्याओं का समाधान न होने तक अनिश्चित कालीन धरना जिला अधिकारी के कार्यालय पर देंगे, जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इस मौके पर अरुण कुमार, सुरेंद्र कुमार आदि रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला