हमारी जन श्रुतियां, लोकोक्तियां और कथाएं इतिहास की मार्गदर्शिका: आचार्य प्रद्युम्न
- विक्रमोत्सव 2025 : अंतरराष्ट्रीय इतिहास समागम का समापन
उज्जैन, 12 मार्च (हि.स.)। हरिद्वार के आध्यात्मिक संत आचार्य प्रद्युम्न ने कहा कि इतिहास लेखन की परंपरा जितनी लिखित है, उतनी अलिखित भी है। जिसमें कि हमारी जन श्रुतियां, लोकोक्तियां और कथाएं इसक
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