रामानुजगंज में 250 एकड़ सरकारी जमीन बेचने वाला आरोपित गिरफ्तार
फर्जी दस्तावेज तैयार कर किया था सौदा
आरोपित मोहम्मद याकूब को रामानुजगंज पुलिस ने किया गिरफ्तार


बलरामपुर/रायपुर, 11 मार्च (हि.स.)। जिले के रामानुजगंज पुलिस को दस साल पुराने मामले में बड़ी सफलता मिली है। 250 एकड़ शासकीय भूमि के फर्जी दस्तावेज बनाकर बेचने के मामले में पुलिस ने आज झारखंड के गढ़वा जिले से आरोपित मोहम्मद याकूब को गिरफ्तार की है।

पुलिस के द्वारा आज जारी विज्ञप्ति के अनुसार, 18 जुलाई 2015 को रामानुजगंज के तत्कालीन नायब तहसीलदार कुंजीलाल सिंह ने रामानुजगंज थाने में लिखित शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज किया था। आवेदन में तत्कालीन नायब तहसीलदार ने बताया था कि मेरे अधिकार क्षेत्र ग्राम इंद्रपुर में शासकीय भूमि रकबा लगभग 250 एकड़ को आरोपित व्यास मुनि यादव, लालजी यादव इंद्रपुर निवासी अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर, राजस्व निरीक्षक मंडल रामचंद्रपुर पटवारी हल्का न. 18 के द्वारा मिशल बंदोबस्त वर्ष 1996/97 की शासकीय भूमि मद छोटे/बड़े झाड़ जंगल की भूमि को अपराधिक षडयंत्र कर फर्जी तरीके से अपने नाम कराकर फर्जी तरीके से कोल माइनिंग कंपनी को बेच दिया था।

इस मामले की जांच अपर आयुक्त राजस्व सरगुजा अंबिकापुर एवं अपर कलेक्टर रामानुजगंज के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। इस मामले में लिखित आवेदन पर अपराध पंजीबद्ध कर धारा 420, 467, 468, 471, 120(बी), 34 भादवि के तहत विवेचना की जा रही थी।

घटना को अंजाम देने के बाद फर्जी दस्तावेज बनाने वाला शातिर आरोपित मो. याकूब फरार चल रहा था। थाना रामानुजगंज पुलिस को इस बीच मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली। सूचना पर रामानुजगंज पुलिस ने टीम गठित कर मोहम्मद याकूब, उम्र 50 वर्ष गढ़वा निवासी को हिरासत में लेकर रामानुजगंज थाना ले आई। जहां उससे घटना के संबंध में विस्तार से पूछताछ की गई। आरोपित ने पुलिस को बताया कि व्यास मुनि एवं अन्य के साथ संगठित गिरोह बनाकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर घटना को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश कर आज न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया ।

इस कार्रवाई में थाना प्रभारी रमाकांत तिवारी, उप निरीक्षक गजपति मिर्रे, सहायक उप निरीक्षक अश्विनी सिंह, प्रधान आरक्षक मायापति सिंह, प्रधान आरक्षक नारायण तिवारी, आरक्षक नागेश्वर, जगमोहन तिर्की का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा