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रांची, 11 मार्च (हि.स.)। अपराध की दुनिया में कम उम्र में बादशाहत कायम करने का शौक पालने वाले कुख्यात अपराधी अमन साव मंगलवार को पुलिस मुठभेड़ की भेंट चढ़ गया। पलामू पुलिस के अनुसार अमन साव को सुबह करीब 09.30 बजे आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस ) सेंट्रल जेल रायपुर से एनआईए कोर्ट रांची में पेशी के लिए सेंट्रल जेल होटवार ला रही थी।
इसी दौरान पलामू के चैनपुर थाना और रामगढ़ थाना की सीमा पर चैनपुर अंधारी ढोढा घाटी में जंगल का फायदा उठाते हुए अमन साव के गुर्गों ने अमन साव को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने का प्रयास किया। गुर्गों ने इस दौरान पुलिस पर बम फेकते हुए फायरिंग की। इसी बीच अफरा तफरी का फायदा उठाते हुए अमन साव एक जवान का हथियार छिन कर गाड़ी से उतर कर फायरिंग करते हुए भागने लगा। इसी क्रम में एक जवान के जांघ में गोली लगी, जिसका इलाज नजदीकी अस्पताल में कराया जा रहा है।
इसके बाद एटीएस की स्कॉर्ट पार्टी ने आत्मरक्षा में जबाबी कार्रवाई की , जिसमें अमन साव मारा गया। पुलिस के अनुसार अमन के शव के पास खोखा एवं जिन्दा कारतूस, जिन्दा बम एवं फटे बम का अवशेष पड़ा हुआ पाया गया है।
वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर टीम गठित कर सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए विशेष जांचकर्ता सह पुलिस निरीक्षक सुरेश राम को सौपा गया है।
अमन लॉरेंस को करता था गुर्गों की सप्लाई
हत्या, रंगदारी, अपहरण और लूटपाट को अंजाम देने वाले अमन साव का लॉरेंस विश्नोई को गुर्गों की सप्लाई करता था और बदले में लॉरेंस उसे स्वचालित हथियार उपलब्ध कराता था। 150 से अधिक मामलों में अमन साव आरोपित था।
तीन राज्यों में था अमन का साम्राज्य
झारखंड का कुख्यात अमन का झारखंड ही नहीं छत्तीसगढ और ओड़िशा तक फैला साम्राज्य फैला हुआ था। अमन का गैंग छत्तीसगढ़ में भी सक्रिय था। उस पर छत्तीसगढ़ में भी कई मामले दर्ज थे।
अमन साव के घर पर मातम का माहौल
झारखंड एटीएस के साथ हुए एनकाउंटर में मारे गए कुख्यात अपराधी अमन साव के घर पर मातम का माहौल है। रांची के बुढ़मू स्थित अमन के घर पर परिजन सदमे में हैं। अमन साहू के गांव मतवे में सन्नाटा पसरा हुआ है। अमन साव के एनकाउंटर में मारे जाने की सूचना परिजनों को मंगलवार सुबह दस बजे मिली। इसके बाद घर में परिजनों का विलाप शुरू हो गया।
अमन के परिवार वालों के रोने की आवाज सुन कर ग्रामीणों को भी यह जानकारी मिली कि अमन पुलिस के साथ हुए एनकाउंटर में मारा गया है। अमन की मां अपने बेटे की मौत की खबर सुन कर बेसुध सी हो गई, जिसे रिश्तेदारों और गांव की अन्य महिलाओं ने संभाला। बेटे की मौत की खबर सुनकर अमन के पिता निरंजन साव और मां स्तब्ध थे। अमन के पिता का गांव में ही एक किराने की दुकान है। अमन के मारे जाने को लेकर उसके परिजनों ने किसी भी तरह की कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि अमन का बचपन रामगढ़ के पतरातू में बीता था। सालों पहले अमन का परिवार रांची के बुढ़मू थाना क्षेत्र स्थित गांव मतवे में आकर बस गया। अमन का एक भाई नौकरी करता है जबकि दूसरा भाई आकाश साहू टेरर फंडिंग मामले में जेल में बंद है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे