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जम्मू, 11 मार्च (हि.स.)। श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय (एसएमवीडीयू) के स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड लैंडस्केप डिजाइन (एसओएएलडी) ने तीसरे तवी महोत्सव में अपनी अभूतपूर्व डिजिटल प्रस्तुति - अमर महल की वास्तुकला की भव्यता को उजागर करना - के साथ एक अमिट छाप छोड़ी। एसओएएलडी में सहायक प्रोफेसर, एआर अदिति शर्मा द्वारा दी गई प्रस्तुति में जम्मू की विरासत संरचनाओं पर व्यापक शोध पर प्रकाश डाला गया, जो अमर महल की वास्तुकला की चमक के बारे में गहन जानकारी प्रदान करता है।
अमर महल पैलेस में लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा द्वारा उद्घाटन किए गए इस महोत्सव ने अमर महल संग्रहालय और पुस्तकालय के स्वर्ण जयंती समारोह को चिह्नित किया। हरि तारा चैरिटेबल ट्रस्ट (एचटीसीटी) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री और एचटीसीटी के अध्यक्ष डॉ. करण सिंह सहित प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों के साथ-साथ प्रमुख कलाकार, इतिहासकार और शिक्षाविद भी शामिल हुए।
अदिति शर्मा के मार्गदर्शन में छात्रों ने चार महीनों में अमर महल के जटिल वास्तुशिल्प विवरणों का सावधानीपूर्वक दस्तावेजीकरण किया। उनके अध्ययन में विस्तृत योजनाएँ, ऊँचाई, खंड और उन्नत 3डी विज़ुअलाइज़ेशन शामिल थे, जो समय के साथ महल के विकास को दर्शाते हैं। एक गतिशील वीडियो ने प्रस्तुति को और बेहतर बनाया, जो इस प्रतिष्ठित संरचना के पीछे के शिल्प कौशल पर एक गहन नज़र डालता है। एसओएएलडी के प्रमुख, एआर अभिनेय गुप्ता ने छात्रों को कठोर प्रक्रिया के दौरान मार्गदर्शन दिया, विरासत संरक्षण में व्यावहारिक शिक्षा को बढ़ावा दिया। कुलपति प्रो. प्रगति कुमार ने टीम की उपलब्धि की सराहना की और भविष्य की पीढ़ियों के लिए वास्तुकला विरासत को संरक्षित करने में इसकी भूमिका पर जोर दिया।
डॉ. ज्योत्सना सिंह, हरि तारा चैरिटेबल ट्रस्ट और अमर महल संग्रहालय और पुस्तकालय द्वारा समर्थित, यह पहल डोगरा विरासत की स्थायी भव्यता का प्रमाण है। उत्सव में एसएमवीडीयू की भागीदारी अकादमिक उत्कृष्टता और सांस्कृतिक संरक्षण के प्रति इसके समर्पण को रेखांकित करती है, जो वास्तुकला शिक्षा में एक अग्रणी के रूप में इसकी स्थिति को मजबूत करती है।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा