वीएस जग्गी सहित कई हस्तियों को मिला डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय समर्पण पुरस्कार
नई दिल्ली, 11 मार्च (हि.स.)। दिल्ली विश्वविद्यालय के दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज के सभागार में छठे डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय समर्पण पुरस्कार 2025 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शिक्षा, खेल, कला और समाज सेवा के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाली कई प्
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम राष्ट्रीय समर्पण पुरस्कार 2025


नई दिल्ली, 11 मार्च (हि.स.)। दिल्ली विश्वविद्यालय के दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज के सभागार में छठे डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय समर्पण पुरस्कार 2025 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शिक्षा, खेल, कला और समाज सेवा के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाली कई प्रतिष्ठित हस्तियों को सम्मानित किया गया।

खेल, शिक्षा और समाज सेवा में उत्कृष्ट योगदान को मिला सम्मान

इस वर्ष पुरस्कार पाने वालों में कई प्रतिष्ठित नाम शामिल रहे। प्रो. अजय कुमार अरोड़ा (प्राचार्य, रामजस कॉलेज), डॉ. विकास गुप्ता (रजिस्ट्रार, दिल्ली विश्वविद्यालय), प्रो. वीर वीरेंद्र सिंह (प्राचार्य, जेपीएस हिंदू कॉलेज, अमरोहा), विधायक अजय महावर (गोंडा विधानसभा क्षेत्र), वीएस जग्गी (एसोसिएट प्रोफेसर, श्याम लाल कॉलेज) को खेलों में योगदान के लिए, डॉ. सुनील विश्वकर्मा को कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में तथा उमेश जोशी को स्व-नियोजित पेशेवर के रूप में सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि और गणमान्य व्यक्तियों के विचार

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पवन जिंदल (क्षेत्रीय संघचालक, उत्तर क्षेत्र, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) ने समर्पण और सेवा भाव पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सच्ची सेवा का मूल्यांकन दूसरों की सराहना से नहीं, बल्कि व्यक्ति के निरंतर प्रयासों से होता है। सम्मानित अतिथि रवि शेखर ने कहा कि एक बुरा कर्म सैकड़ों अच्छे कर्मों पर भारी पड़ सकता है, इसलिए सही दिशा में काम करना जरूरी है।

आयोजन समिति और जूरी सदस्यों की भूमिका

कार्यक्रम का संचालन प्रो. हेमचंद जैन (प्राचार्य, दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज) ने किया और सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। आयोजन समिति में प्रो. सुनीता अरोड़ा, प्रीति गोयल, डॉ. अनेक गोयल, सुधा पांडे, पवन त्यागी, डॉ. रेखा, अनिल, डॉ. रुपेश, विकास मित्तल शामिल थे। पुरस्कार विजेताओं का चयन विवेक चौहान, सुधांशु सुतर, कुसुम, अकरम शाह और डॉ. जतिंदर सिंह की जूरी ने किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम और पुस्तक विमोचन

समारोह की शुरुआत में दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। इस अवसर पर लेखक संतोष मिश्रा की पुस्तक संघ: सेवा, समृद्धि और समाज का भी उल्लेख किया गया। यह पुस्तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की उत्पत्ति, विचारधारा, कार्यप्रणाली और समाज में उसकी भूमिका पर गहन प्रकाश डालती है।

समारोह के सफल आयोजन ने शिक्षा, खेल और समाज सेवा में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को प्रोत्साहित करने की इस परंपरा को और मजबूती दी।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे