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भागलपुर, 11 मार्च (हि.स.)। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर भागलपुर में आयोजित दो दिवसीय बिहार किसान मेला सह बागवानी और पशु प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन मंगलवार को बिहार के कुलाधिपति सह राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने किया। इस मौके पर राज्यपाल ने अपने संबोधन में किसान और उनके किसानी पर चर्चा की।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे किसान काफी मेहनती हैं। उनका सहयोग करने के लिए ऐसे कृषि विश्वविद्यालय हैं। किसानों को कृषि संबंधित कई तरह की तकनीक सिखाई जाती है। किसानों को मत्स्य पालन, मखाना की खेती, जर्दालू आम, कतरनी चावल, लीची ओर मशरूम के उत्पादन में पारंगत बनाया जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि किसानों को जब तक प्रोत्साहन नहीं मिलेगा तब तक हम लोगों को भोजन कहां से प्राप्त होगा। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों को कृषि विश्वविद्यालय अमल कर रही है। कार्यक्रम के दौरान भागलपुर के सांसद अजय मंडल और गोपालपुर विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ़ गोपाल मंडल भी मौजूद थे।
कार्यक्रम के निवेदक के रूप में कुलपति डॉक्टर डी आर सिंह मौजूद थे। कृषि उधमिता से समृद्ध किसान आज के इस कृषि उधमिता से समृद्ध किसान विषय पर आयोजित किसान मेला में जीआई टैग वाले प्रोडक्ट से लेकर कई स्टॉल लगाए गए थे। मोटे अनाज से लेकर मशरूम, कतरनी, धान, केला सहित कई प्रकार के फल, सब्जी, फूल, मछली पालन, बकरी पालन, दलहन, तिलहन, शहद, मखाना के स्टॉल लगाए गए थे। स्टॉल इतने आकर्षक थे कि लोग खींचे चले आ रहे थे। स्टॉल के भ्रमण के समय मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि से लेकर सभी लोगों ने इसे काफी सराहा।
इसके पूर्व कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर डी आर सिंह ने सबों का पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र और मोमेंटो देकर स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान हर्बल गुलाल, लाह के उत्पाद सहित कतरनी धान के डाक टिकट कृषि से संबंधित कई पुस्तकों का भी विमोचन किया गया। कृषि के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले किसान और वैज्ञानिकों को भी सम्मानित किया गया। नाबार्ड द्वारा संपोषित क्षेत्रीय भौगोलिक संकेत सुविधा केंद्र का भी उद्घाटन किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर