धर्म ही ज्ञान और कर्म ही विज्ञान है : डॉ गुलाब कोठारी
-इविवि में भगवद्गीता के वैज्ञानिक आयाम विषय पर व्याख्यान प्रयागराज, 06 फरवरी (हि.स.)। गीता में भगवान् केवल दो विषयों की प्रधानतया चर्चा करते हैं-धर्म और कर्म। इसमें जो आत्मविषयक चिन्तन है वह धर्म है और जो विषाद की चर्चा है, वह कर्म विचार है। गीता स

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