जब सिद्धि अर्थ के आधार पर होने लगे तो धर्म बन जाता है व्यापार : डॉ. चन्द्र प्रकाश सिंह
- बिना कामना के कोई कर्म संभव ही नहीं : डाॅ.चन्द्र प्रकाश सिंह- जानें, कब धर्म बन जाता है व्यापार
महाकुम्भ नगर, 25 फरवरी (हि.स.)। धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष इन चारों पुरुषार्थों की प्राप्ति जब एक साथ होती है तब इसे जीवन की साधना कहते हैं। जीवन का व्यवहा
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